Page 41 - चिरई - कोलकाता क्षेत्रीय कार्यालय की पत्रिका
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3. जल�ायु परिरा�तयना :  प्लााश्चि�का  काा  उत्पाादेना  और  फिनापटारा
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               जलवंायोंु परिरवंतीषना मं भाी योंंगादेाना कारतीा ह। प्लााश्चि�का कां बंनाानाे
                े
                                          ै
               का श्चिलए पटिंश्चिलयोंम काा उपयोंंगा हंतीा ह, जं कााबंषना डाइंऑक्सीाइंड
                      े
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               उत्साश्चिजती कारतीा ह।
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               संमाधााना : प्लाात्मि�कु प्रदूूर्षण कुो कुम कुरानाे कु लिलए हमं कुछ
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               कुदम उठाानाे हंगे:
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               1.  पनाचयक्रण:  प्लााश्चि�का  काा  सही  तीरीका  से  पनाचषक्रणा  कारनाा
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               आवंश्यका ह। हमं इंसे काचर मं �कानाे का बंजायों पनाचषक्रणा काी
                                        ं
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               प्रफिक्रयोंा मं शीाफिमल कारनाा चाफिहए।
               2.  एकुल-उपयोग  प्लाात्मि�कु  कुा  उपयोग  कुम  कुरानाा:  हमं
                                                                                                            �
                                                                                                 े
                                                                                                 े
                                                                                                    �
               एकाल-उपयोंंगा  प्लााश्चि�का  काी  चीजंं  काा  उपयोंंगा  काम  कारनाा     फिनाकाल कार तीर आचल काी छावं स े
                                                                                       े
                                                                                          �
                                                                                                  ु
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               चाफिहए।  इंसका  बंजायों,  हमं  बंायोंंफिडग्रडबंल  योंा  पना:  प्रयोंंज्य   फिकासी का आगाना काी खश्चिशीयोंंं काी एका काड़ाी हं गाई,
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                                                                                                        ु
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                                                                                            �
               फिवंकाल्पंं कां चनानाा चाफिहए।                                 आकार देख लेनाा मा एका बंार, तीरी गाफिड़ायोंा अबं बंड़ाी हं गाई।
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                                                                                              ु
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                                                                                          गाह गाफिड़ायोंा से खेलनाे वंाली
                                                                                            े
                                                     े
               3. जना जागरूकुता : लंगांं कां प्लााश्चि�का प्रदेूर्षणा का देुष्प्भाावंंं
                                                                                     फिकासी काी श्चिजंदेगाी भार काी सहचरी हं गायोंी
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                                                       ु
               का  बंार  मं  श्चिशीश्चिक्षती  कारनाा  जरूरी  ह।  स्कूलंं  और  समदेायोंंं  मं
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                                                            ं
               जागारूकातीा काायोंषक्रम चलानाे से हम इंस समस्या कां रंका सकातीे ह।  आकार देख लेनाा मा एका बंार, तीरी गाफिड़ायोंा अबं बंड़ाी हं गाई।
                                                                                                   े
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                                                                                           माना, मयोंादे, रिर�तीे, नााती े
                                ं
               प्लााश्चि�का प्रदेूर्षणा एका गाभाीर समस्या ह, लफिकाना हम सबं फिमलकार
                                             े
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                                                                                   समझ नाहीं आतीे योंे काभाी तीर लफ़्ज़ंं का इंरादे, े
                                                                                                       े
                                                                                                       े
                                                                                                              े
               इंसे काम कार सकातीे ह। हर छंट कादेम काा प्रभाावं हंतीा ह। योंफिदे
                                                        ै
                               ं
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                                                                                     आज मौजदे इंनामं मरी हर घोड़ाी हं गाई,
                                                                                             ू
                                                                                                    े
                                                          े
               हम अपनाी आदेतींं कां बंदेलं और प्लााश्चि�का काा सही तीरीका से
                                                                                                     े
                                                                                                        ु
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                                                                              आकार देख लेनाा मा एका बंार, तीरी गाफिड़ायोंा अबं बंड़ाी हं गाई।
                                                                                    े
               उपयोंंगा कार, तीं हम अपनाे पयोंाषवंरणा कां सुरश्चिक्षती रख सकातीे ह।
                                                            ं
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                                                                                 हर बंाती तीुझसे काहनाे वंाली, जज्बंातींं मं बंहनाे वंाली
               योंह हमारी श्चिजम्मादेारी ह फिका हम अगाली पीढ़ाी का श्चिलए एका सा�-
                                                 े
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                                                                                      े
                                                                                       े
               सुथरा और स्वस्था वंातीावंरणा छंड़ा। इंसश्चिलए, चश्चिलए हम सभाी
                                        ं
                                                                                                     ू
                                                                                                 ै
                                      ं
               फिमलकार इंस फिदेशीा मं प्रयोंास कार और प्लााश्चि�का प्रदेूर्षणा कां काम   काहतीी तीं ह योंे परी देुफिनायोंा पर
                                                                                                        े
               कारनाे मं अपनाा योंंगादेाना दे।                                         तीू भाी आकार एका बंार देख लेनाा मा �
                                  ं
                                                                                        े
                                                                                      तीर फिबंना भाी तीरी छांवं मं पलतीे पलती े
                                                                                        े
                                                                                                े
                                                                                       े
                                                                                          ु
                                                                                      तीरी गाफिड़ायोंा अबं तीरी ही छफिवं हं गाई।
                                                                                                   े
                                                                                         कमारी मानंसंी सिंसं ं हा
                                                                                          ु
                                                                                          ु
                                                                                                  ु
                                                                                         संपुत्रीी-वरुणा कमार सिंसं ं हा
                                                                                                     वरिरष्ठ प्रबन्धक
                                                                                                        प्रबन्धनं
 40                                                                                                            41 41
                               "आइए हम आप एकेंमत हो केंोई ऐसाा उपाय केंर शिजसासाे राष्ट्भााषाा केंा प्रचाार घर-घर हो
                                                                 ं
                                                                                   े
                                      जाये और राष्ट् केंा केंोई भाी केंोना अछो ू ता न रह।" - चान्द्बली पा�डेय
                                                                      े
                                                                                                             ंट
                                                                                                         े
                                                                                                         े
                                                                                                            मा
 चि�रई, अंंक-4                                                                                हााउसिं�ंग एण्ड अंर्बन डेवलपमांट कॉपोरेशन सिंलसिंमाटडे े े  डे
                                                                                                              क
                                                                                                                  े
                                                                                                                  शन
                                                                                                                    सिंलसिंमाट
                                                                                                                 र
                                                                                                               ॉ
                                                                                                                प
                                                                                                                 ो
                                                                                                       ष
                                                                                                       ष
                                                                                                       न डे
                                                                                                     अं
                                                                                                      र्ब
                                                                                                  ग एण्ड
                                                                                                         वलप
                                                                                              हााउसिं�ं
                                                                                                                  हि�न्
                                                                                                        ोलकााताा
                                                                                                                      त्री
                                                                                                                      काा
                                                                                                                   दीी पत्रि
                                                                                                     ा�लय,
                                                                                                            का
                                                                                                       का
                                                                                                             ी वाार्षि�ि
                                                                                                    य
                                                                                                                का
                                                                                               क्षेेत्रीीय काा
 वर्षष : 2024-25, माा�ष, 2025                                                                  क्षेेत्रीीय कााया�लय, काोलकााताा काी वाार्षि�िका हि�न्दीी पत्रित्रीकाा
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