Page 3 - आवास ध्वनि
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ध
                                                                                               ि
                  पृृष्ठ संं.  वि�षय                                          हैंडकाो काी अर्द्�ाविषका गृृहैं ई-पृवि�काा
                  5-8   संंदेश                                                    (�षध 2024-2025 छठाा अका)
                           े
                                                                                                       ं
                  9-12   हिं�देी मेंं रोोज़गाारो: उपलब्ध अवसंरो औरो भाावी संंभाावनााएँ ँ
                          ं
                  13-15  देवनाागारोी लिलहिंप                                              संंरक्षका
                         े
                  16-19  भाारोत बोोध: वैज्ञाानिनाक उपलब्धिब्धयांां                    श्रीी संं�य का�श्रीेष्ठ
                                                                                                ु
                                        े
                  20-23  भाारोतीयां करोंसंी नाोट्सं सं मिमेंलता ज्ञााना              अध्यक्षे एँव प्रौबोंध निनादेशक
                                                                                            ं
                                                                                                    े
                  24-25  हिं�न्दीी क मिवकासं मेंं मेंीनि�यांा
                              े
                                                      ं
                  26-27  संूचनाा  प्रौौद्योोमिगाकी  क  मेंाध्यमें  सं  हिं�न्दीी  एँव  क्षेेत्रीीयां  भााषााओंं   उपृ संंरक्षका
                                               े
                                      े
                        का मिवकासं
                                                                                       श्रीी एमें. नाागृरा�
                  28    संाल का चक्रव्यूू�                                          निनादेशक (कॉपोरोेट प्लाानिनागा)
                                                                                                     ं
                                                                                       े
                                      े
                  29-31  मेंहिं�ला कथााकारों क संाहिं�त्य मेंं भााषाा औरो संंवदेनाा
                                                        े
                  32-33  बोहुभाामिषाकता की संंकल्पनाा                               श्रीी दा��ीत जिसंहैं खतरी
                                                                                                ं
                                                                                           े
                  34    बोढ़ती उम्र                                                      निनादेशक (मिवत्त)
                                  क
                  35-36  निनावारोक संतकता
                  37-38  संंमिवधाना की आठवं अनासंची औरो भाारोतीयां भााषााएँ ं             संंपृादाका
                                          ू
                                         ु
                  39-42  मेंरोा भाारोत: हिंदेलचस्प तथ्यों का खजाानाा               श्रीी ��� प्रकाा� वि�पृाठाी
                          े
                                                                                          े
                                                                                        ै
                  43    संपनां मेंं रोख आस्थाा                                    वरिरो. कायांककारोी निनादेशक (रोाजाभााषाा)
                                                                                               े
                  44-46  जााना क�ां गाएँ वो हिंदेना                                    श्रीी रा�ी� �मेंा ध
                           े
                  47-48  बोूंदे-बोूंदे  संं घट भारोे                               कायांककारोी निनादेशक (रोाजाभााषाा)
                                                                                             े
                  49    हिंपता
                  50-51  देुगाोत्सव                                                      उपृ संंपृादाका
                          ृ
                  52-53  वक्षें का मेंनाुष्य जाीवना मेंं में�त्व
                                                                                                ं
                                             े
                  54-55  �रिरोत  इलैक्ट्रॉॉनिनाक्स:  मेंानाव  क  संम्मुुख  एँक  आशा  भारोी  संोच     डॉ. रेखा चदाो�ा
                        औरो प�ल                                                       वरिरो. प्रौबोंधक (रोाजाभााषाा)
                            ं
                  56-57  में�ाकभा-आस्थाा औरो व्यूवस्थाा का संंगामें
                            ु
                                                                                       वि��ेष संहैंयोगृ
                  58-59  संमेंयां का में�त्व
                                                                                          ू
                  60-61  संफरो ऑहिंफसं का...                                      श्रीीमेंती पृलि�मेंा काोहैं�ी�ा�
                                                                                            ि
                                     ं
                                                 े
                  62-64  अयांोध्या क रोामें मेंहिंदेरो की मेंुख्य मिवशषाताएँ ं     वरिरो. प्रौबोंधक (रोाजाभााषाा, संजिच.)
                                े
                           े
                  65    अकला चांदे
                                                                                      श्रीीमेंती डौ�ी �ो�ी
                  66-67  स्वाास्थ् औरो संामेंाजिजाक संंस्कृृमित                         प्रौबोंधक (आई.टी.)
                  68-69  नाारोी शजि�
                                                  ु
                                                   ं
                  70-74  प्रौजिशक्षे अजिधकारिरोयांं - बोैच 2025 �ेत इ�क्शना कायांकक्रमें की   वि��ेष आंभाार
                             ु
                        एँक झलक                                                    मेंयका मेंोहैंना, संुमिमेंत गृुप्‍ ता
                                                                                      ं
                          ु
                  75    खदे परो एँतबोारो करो                                         हिं�देी अनावादेक (रोाजाभााषाा)
                                                                                           ु
                                                                                      ं
                                                                     े
                                                                ं
                             पृवि�काा मेंं प्रकााशि�त रचनााओंं काी मेंौलि�काता ए�ं आंकाड़ोंं का लि�ए �ेखका स्वयं जि�म्मेेदाार हैंं।
                                   ��को भावना, कोरो 7एँ, इनि�यांा �ैमिबोटेट संंटरो, लोधी रोो�, नाई हिंदेल्लीी-110003
                                                   ं
                                                                                                                  3
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