Page 17 - चिरई - अंक-3
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        "भारत क पवर्भन्न प्रििों क बीच दहंिी प्रचार द्ारा एकता स्ापपत करने                                     17
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                 वािे सच् भारत बंधु ह।" - अरपवंि                  हडको, क्त्रीय काययालय, कोलकाता करी अर्वार्षिक हहन््दरी गह पहत्का
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