Page 46 - संगम - द्वितीय अंक
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ं
                                            ै
                   ै
              लबी पदल या ा और  कित की सर: महान आउटडोर का आनद ल
                                   ृ
                                                                      ं

                                                                                                             ृ

                               ू
                                                                                                         े
                                                ं
                                                                                             े
                                                    ै
                                       ं
                                          ै
             यिद आपको बाहर घमना पसद ह, तो लबी पदल या ा और  कित की सर उ म शौक ह। व सि य रहन,  कित
                                                                            ै
                                                                    ृ
                                                                                          े
                                                                    े
                                                                                                े
                                                        ू
                                                                              े
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                                   े
             की सदरता का आनद लन और यहा तक िक समह पदया ा क मा म स नए दो ों स िमलन का एक शानदार
                               ं
             तरीका  दान करत ह। ऐस रा  चनना सिनि त कर जो आपक िफटनस  र स मल खात हों।

                                                                                     े
                                     े
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                                                                             े

                                                                                              े
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                                                                                        े
                                            ु

              पाक कला और पाक सबधी साहिसक काय
                                    ं
                                  ं

                                                                         े


                                                                    े
                                                                                                          ै
                                                                                  ै

             रसोई म महारत हािसल करना, खाना पकाना िसफ पोषण क बार म नहीं ह; यह एक कला का  प ह। नए
                                              ं
                                                                                                   े
                                                    े
              जनों  की खोज  करना, िविभ    जनों  क साथ  योग  करना  और  राि भोज  पािटयों  की मजबानी  करना
               ं

                                                     े
                                                                                                     े
                                                                                                               ं
             रोमाचक और फायदमद हो सकता ह। अपन पाक कौशल का िव ार करन क िलए खाना पकान की क ाए
                                 ं
                                े
                                              ै
                                                                                    े
                                                                                  े
                 ं
                                   े
                                                े
                                                                                                              े
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                                                                              ं

             लन पर िवचार कर। चाह वह कोई नई रिसपी आज़माना हो या अपना पसदीदा कक पकाना हो, रसोई एक खल
                े
                                                                                    े
                                 ै
                  ै
                                     ै
             का मदान हो सकती ह। जसा िक  िस  कहावत ह, "खाना पकाना  ार को  दिशत करना ह।" उस  म का
                                                                                                  ै
                                                                                                          े
                                                           ै

             कछ भाग  ों न फलाया जाए?
              ु
                              ै

             प क  ब: सािह  क मा म स जड़
                                            े
                                  े
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                                                                                                            ु
                                                                                                          े
                                            े
                                                                                              े
              ु

             बक  ब म शािमल होना पढ़न क  ित अपन  ार को बढ़ान और समान िवचारधारा वाल    यों स जड़न                   े
             का एक शानदार तरीका ह। यह िकताबों पर चचा करन,  ि कोण साझा करन और  थायी िम ता बनान का

                                     ै
                                                               े
                                                                                    े
                                                                                                            े
                                             ु
                                                                                                              े
                                                                                                           े

                                 ै
             अवसर  दान करता ह।  थानीय प क  बों या आभासी  बों की तलाश कर जो आपकी  िचयों स मल
             खात हों।
                 े

              यसवी काय: समदाय को वापस द

                   े
                              ु
                 ं

                                             े
                   े
              यसवा आपक समदाय और उसस पर सकारा क  भाव डालन का एक साथक तरीका ह। चाह आप िकसी

                                                                                               ै
                                                                                                     े
                           े
                                                 े
                 ं
                                ु
                                                                        े
                                                                       ं


                      ै
              थानीय च रटी का समथन करना, सर क बनना या पयावरण सर ण  यासों म शािमल होना चनत ह, अपना
                                                                                                   ु
                                                                                                      े


                                              ं
                                                                       ै
                                                          ं
                                                        े
             समय और कौशल का योगदान अ िधक फायदमद हो सकता ह।

             लखन: अपनी कहािनया कलमब  कर
               े
                                  ँ

                                                                                                            े
                                                                               ू

              ा आप ऐस  णों स गज़र ह जो िकसी उप ास क   ों की तरह महसस  ए हों? अब उ  साझा करन का

                                                           े
                         े
                                े
                                     े
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             समय आ गया ह! चाह वह किवता क मा म स हो, लघ कहािनयों क मा म स हो, या यहा तक िक अपना खद
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                                                                                             ं
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             का  ॉग श  करना हो, लखन उपचारा क और सति दायक हो सकता ह।
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             DIY िश :  ार स ह िनिमत


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             बनाई स लकर आभषण बनान तक, DIY िश  की दुिनया ब त िवशाल ह। य शौक न कवल अनोखी रचनाए
                                                                                             े
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             करत ह ब   उपल   की भावना भी  दान करत ह। बोनस क  प म, व वय  कत उपहार बनात ह!
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