Page 42 - तुतारी
P. 42

हडको क  मेरी या ा एक अनुभव                          दलीप भोसल े
                                                                                        उप  बधंक ( शासन)


                                 े
             म ने  1988  म   ए.  एफ.  क  पद  पर  हडको  मुंबई   े ीय  काया लय  जॉइन   कया  था|  जॉइन  करते  समय  म   १२  वी  पास
                           े
                                                           े
             था,  इस लए  मेर  व र   अ धकारी  ने  आगे  क    श ा  लने  क   सलाह  दी  उनक   बात  मानकर  म ने   ेजुएशन  पूरा
                                                         े
             कर   लया,  वष   २००२  म   हडको  ने  सहायक   ेणी  III  क   लए  उ ीदवार  आमं  त   कये  थे  और  उसमे  मेरा  चयन  भी
                         े
                                                                         ँ
                                       े
             हो  गया|  इसक  बाद   मोशन  लकर  आज  उप   बंधक  क   पो   तक  प च  गया|  हर       क  जीवन  म   एक   दन
                                                                                          े
                                                                                  े
                                                                                           े
                                                            ै
                                            ं
                        ै
                                                               े
             ज र  आता  ह  जब  वह  अपनी  सेवाओ  से  मु   हो  जाता  ह|  ल कन  जब  म   थोडा  पीछ  मुड़कर  दखता     तो  लगता  ह ै
                                                                                                ँ
                                      े
              क  अभी  कछ  ही  साल  पहल  म ने  हडको  जॉइन   कया  था  और  ३०   सत र  २०२३  म   मेरा   रटायरम ट  भी  हो
                       ु
             जायेगा|  यह  सफ़र  मुझे  इतना  छोटा   दखाई  द  रहा  ह  इसका  कारण  हडको  मुंबई   े ीय  काया लय  क  सकारा क
                                                   े
                                                                                                े
                                                         ै

                                                           ै
                                     े
                                                                 े
             माहोल  का,  सबसे   ादा  मेर  सहक मय   का  योगदान  ह|  म   तह   दलसे  हडको  का  शु  या  करना  चाहता      ज  ने
                                                                                                    ँ
                                                                  ं
                                                                                              े
             मुझे  एक  अवसर   दया   क  म   अपना  छोटा  सा  योगदान  इस  कपनी  क   एक  बड़ी  सफलता  म   द  सका|  इन  बीते

             साल   म  कई  उतार  चढाव  भर  पल  भी  आये  ल कन  हडको  मुंबई   े ीय  काया लय  क   सबसे  बड़ी  ताकत  ह  यहाँ  पर
                                      े
                                                   े
                                                                                                    ै
             काम  कर  रह  लोग|  यहाँ  पर  काम  कर  रहा  हर  एक       अपनी   ज ेदारी  को  ब त  अ ी  तरह  से  समझता  ह| ै
                        े
                                                                                        ं
                                                                                                      े
                           े
                                                                              े
                                                                               े
             उस  ज़माने  म   ट ोलोजी  का   वकास  उतना  नह    आ  था  जैसे  टाइपराइटर,  टल   और  उगली  घुमाने  वाल  फोन
                                                                           ं
                            ं
                                                                                        ं
             होते  थे   जसम◌े◌   क  कॉल  करते  थे  सारा  काम  मै ुअल  होता  था|  क ूटर  हमारी  कपनी  म   आने  पर  हम
                              ं
             हमारी  रोजमरा   क  काम   क   लए  उसका  इ ेमाल  करना  सीखा|
                                    े
                            े
                                                             ै
                    े
                                          ु
                                                   ै
             हडको  क  साथ  जुड़कर  म ने  ब त  कछ  सीखा  ह|  मुझे  याद  ह   कस  तरह  से  मुझे  यहाँ  व   क   पाबंदी  का  सबक   मला

                                 े
             था|  अपने   सहक मय   क  साथ  तालमेल   बठाने  का   नर  भी  म ने  यह    सखा  ह| ै
                                                                                                      े
                                                     े
             हम  सबक    ज गी  म   पस नल  लाइफ  और   ोफशनल  लाइफ  साथ  साथ  चलती  ह|  म ने  हमेशा  अपने   ोफशनल
                                                                                  ै
                                                                             े
             लाइफ  को   ाथ मकता  दी|  इस लये  सभी  अ धकारी  एवम  कम चारी  एक  बड़  प रवार  क  तरह  रहते  ह  और  हरएक
                                                                                                 ै
                                                                                     े
             सुख  दः ु ख  म   शा मल  होते  ह|  म ने  अपने  काम  को  पूरी   न ा  और  इमानदारी  क  साथ  करने  का   यास   कया  और
                                                                               े
                                    ै
                                                                                    े
                                े
             हर  नई  चुनौती  को  परशानी  क   तरह  नह   ब    सीखने  क  नये  अवसर  क  तौर  पर  दखा|
                                                              े
                                                                           े
             सबसे  अ ी  बात  मेर   दल  म   सदा  याद  रहगी  क   इस  मु ई   े ीय  काया लय  क  हर  एक  कम चारी  से  मुझे  स ान
                                                                               े
                                                े
                               े
                                         े
             और  सहयोग   मला  ह|   फर  चाह  वह  बॉस  हो  या  सहकम |  यही  कारण  था   क  मुझे  भी  लगातार  उनक  साथ
                                                                                                      े
                                ै
             स ान  क  साथ  पेश  आने  क   लए   ेरणा   मली|
                      े
                                     े
                                                                                                       े
                                 ै
             यह  मेरी  खुश क ती  ह   क  इतने  अ ुत  संगठन  और   ार  लोगो  क  साथ  जुड़ने  का  मौका  मुझे   मला   जनक  साथ
                                                              े
                                                                      े
                                                                                                 े
                                                                                        े
             म ने  हडको,  मुंबई   े ीय  काया लय  म   अपने  सेवाकाल  क  दौरान  काम   कया|  इतने  अ   अनुभव  क  साथ  अपनी
                                                             े
                             े
                                                                      ँ
             नयी  पारी  खेलने  क   लए  ३०   सत र  २०२३  को  अपनी  शु वात  क गा|
                                                           39
   37   38   39   40   41   42   43   44