Page 5 - Mumbai-Manthan
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





















                                                        




                                                             ै
                                                                                                            े
            मुझे यह जानकर  स ता का अनुभव हो रहा ह  क हडको मुंबई  े ीय काया लय राजभाषा क
                                                                  ै
             चार- सार म  अपनी स  य भूिमका िनभा रहा ह ।  इसी  म म  िह दी गृह पि का ''मुंबई
                                                                      ै
                                                                                      े
                                                                                                            े
            मंथन'' का  काशन  कया जाना एक सराहनीय  यास ह । गृह पि का क िनयिमत  काशन क
            मा यम  से  हडको  का मक   को  अपनी  सृजना मक   ितभा  को  िनखारने  एवं  िवचार   को

            अिभ   करने का अवसर  ा  होता ह ।
                                                     ै



            म  आशा करता    क हडको मुंबई  े ीय काया लय इसी  कार संवैधािनक दािय व  क  ित
                                                                                                       े
                              ँ
                                                                   े
            सजग रहते  ए अपनी  ितब ता को पूरा करता रहगा ।  हडको मुंबई  े ीय काया लय एवं

            संपादक मंडल को पि का क सफल  काशन क  हा दक शुभकामनाएं ।
                                        े



















                                                                                  कामरान  रजवी

                                                                              अ य  एवं  बंध िनदशक
                                                                                                  े




                                                                                                              3
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