हडको भारत में परिवहन क्षेत्र की परियोजनाओं को राज्य सरकारों और सार्वजनिक क्षेत्र की एजेंसियों को प्रमुख रूप से वित्तपोषित करता रहा है। वित्त पोषित परियोजनाओं के प्रकार निम्न हैं:
- सड़कें, पुल, फ्लाईओवर, सबवे, बाइपास आदि।
- परिवहन नगर / टर्मिनल
- पार्किंग परिसर
- बंदरगाह, घाट आदि
- हवाई अड्डे
- रेलवे का बुनियादी ढांचा, मेट्रो रेल
- सार्वजनिक परिवहन वाहन आदि की खरीद।
सड़क एवं पुल की विस्तृत श्रेणी के तहत, हडको, भूमि अधिग्रहण, निर्माण, उन्नयन एवं एक्सप्रेसवे, राजमार्गों और शहर की सड़कों में सुधार जैसी परियोजनाओं के वित्तपोषण के माध्यम से बड़े पैमाने पर भाग ले रहा है । इस उप-श्रेणी के तहत प्रमुख उधारकर्ता- एसपीवी, विभिन्न राज्य सड़क विकास प्राधिकरण, एक्सप्रेसवे प्राधिकरण, नगर निगम, औद्योगिक विकास निगम आदि हैं । हडको ने उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाओं के घटकों को वित्त पोषित किया है। इसके अलावा, हडको "हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग" के वित्तपोषण के लिए कंसोर्टियम का भी हिस्सा है, जो नागपुर और मुंबई को जोड़ने वाला 701.15 किमी का एक्सप्रेसवे है।
पिछले एक दशक में, भारत के शहरीकृत शहरों की बढ़ती सार्वजनिक परिवहन जरूरतों के समाधान के लिए कई मेट्रो-रेल परियोजनाएं सामने आई हैं । हडको ने इसमें भाग लिया है और बैंगलोर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन और कोच्ची मेट्रो रेल लिमिटेड को वित्तपोषित किया है। मेट्रो परियोजनाओं के साथ अधिक से अधिक शहरों के जुड़ने से, हडको को निकट भविष्य में इन मेट्रो परियोजनाओं के वित्तपोषण में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में देखा जा सकता है।
इनके अलावा, हडको ने भारत की अंतर्राज्यीय, इंटर सिटी और इंट्रा-सिटी कम लागत वाली परिवहन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विभिन्न राज्य परिवहन निगमों को बसों के बेड़े में वृद्धि के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की है। वहीं, हडको हवाई अड्डे और बंदरगाहों के विकास में भी भाग लेता रहा है।