े े ै मिवहिंभान्न संत्री क आयांोजाना क संाथा-संाथा एँचएँसंएँमेंआई द्वाारोा इना अजिधकारिरोयांं क लिलएँ एँ-संी बोसं द्वाारोा शक्षेलिर्णक भ्रमेंर्ण की े भाी व्यूवस्थाा की गाई । 71