Page 67 - आवास ध्वनि
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�ै। �ालांनिक, ग्रेामेंीर्ण संमेंाजा मेंं भाी अबो स्वास्था जाीवनाशली क दृहिंष्टकोर्ण को प्रौभाामिवत करोती �ं, औरो इसंक संकारोात्मक यांा
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प्रौमित जाागारूकता बोढ़ रो�ी �ै, लनिकना श�रोी क्षेेत्रीं मेंं जाीवनाशली नाकारोात्मक प्रौभाावं का परिरोर्णामें संमेंाजा परो हिंदेखाई देता �ै।
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की बोीमेंारिरोयांाँ जासं उच्च रो�चाप, मेंधमें� औरो मेंोटापा तजाी सं े संमेंाजा मेंं स्वाास्थ् क प्रौमित जाागारूकता बोढ़ानाा, पारोंपरिरोक औरो
बोढ़ रो�ा �ै। आधुनिनाक जाीवनाशली का संंतुलना बोनााएँ रोखनाा, औरो मेंानाजिसंक
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स्वाास्थ् को में�त्व देनाा, संमेंाजा क संमेंग्रे स्वाास्थ् को बो�तरो
संाथा �ी, संामेंाजिजाक मेंीनि�यांा औरो प्रौचारो-प्रौसंारो क मेंाध्यमेंं ना े
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भाी लोगां को स्वाास्थ् क प्रौमित जाागारूक निकयांा �ै। आजाकल बोनाा संकता �ै।
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संोशल मेंीनि�यांा क जारिरोएँ लोगा हिंफटनासं, संंतुलिलत आ�ारो, �मेंं अपना स्वाास्थ् को प्रौाथामिमेंकता देत हुएँ स्वास्था जाीवनाशली
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औरो मेंानाजिसंक स्वाास्थ् परो चचाक करोत �ं, जाो संमेंाजा मेंं स्वास्था अपनाानाी चाहिं�एँ, तानिक �में ना कवल शारोीरिरोक रूप सं स्वास्था
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जाीवनाशली को बोढ़ावा देना मेंं मेंदेदे करोता �ै। रो�ं, बोब्धि� मेंानाजिसंक औरो संामेंाजिजाक रूप सं भाी संश� बोना
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संक।
इसं प्रौकारो, �में देख संकत �ं निक स्वाास्थ् औरो संामेंाजिजाक
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संंस्कृृमित का गा�रोा संंबोंध �ै। संमेंाजा की परोंपरोाएँ, जाीवनाशली,
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आ�ारो, औरो संामेंाजिजाक संंबोंध व्यूजि� क शारोीरिरोक, मेंानाजिसंक u मेंयका मेंोहैंना
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औरो संामेंाजिजाक स्वाास्थ् परो प्रौभााव �ालत �ं। बोदेलती हिं�न्दीी अनावादेक, रोाजाभााषाा
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संामेंाजिजाक औरो संांस्कृृमितक मेंान्यताएँ स्वाास्थ् क प्रौमित ��को
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