Page 68 - आवास ध्वनि
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नाारोी संमेंाजा का एँक में�त्वपूर्णक अगा �ै जिजासंक मिबोनाा संमेंाजा की
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कल्पनाा भाी ना�ं की जाा संकती �ै। नाारोी क अदेरो सं�नाशीलता,
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धयांक, प्रौमें, मेंमेंता औरो मेंधरो वार्णी जासं बोहुत सं गार्ण मिवद्योमेंाना
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�ै जाो निक नाारोी की असंली शजि� �ै। यांहिंदे कोई नाारोी कछ करोना े
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का निना�यां करो ल तो व� उसं कायांक को निकएँ मिबोनाा पीछ ना�ं
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�टती �ै औरो व� बोहुत सं क्षेेत्रीं मेंं पुरूषां सं बो�तरोीना करो,
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अपनाी शजि� का परिरोचयां देती �ै।
नाारोी शजि� का मेंतलबो �ै, मेंहिं�लाओंं की ताकत औरो उनाकी
शजि� का परिरोचयां। नाारोी शजि� को संमेंाजा मेंं संम्मुाना औरो
संमेंाना अजिधकारो देनाा चाहिं�एँ। प्रौाचीना काल सं �ी �मेंारोे
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संमेंाजा मेंं ‘झाँसंी की रोानाी’, ‘कल्पनाा चावला’ औरो ‘इहिंदेरोा
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गााँधी’ जासंी बोहुत संी मेंहिं�लाएँ हुई �ै जिजान्हींना संमेंयां-संमेंयां
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परो नाारोी शजि� का परिरोचयां हिंदेयांा �ै औरो संमेंाजा को बोतायांा �ै l भाारोत मेंं मेंहिं�ला संशजि�करोर्ण को 26 जानावरोी, 1950 मेंं
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निक ‘नाारोी अबोला ना�ं संबोला’ �ै। आधुनिनाक यांगा मेंं मेंहिं�लाएँ भाारोतीयां संंमिवधाना क लागा �ोना क संाथा गामित मिमेंली।
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अपना अजिधकारों सं अवगात �ै औरो अपना जाीवना सं जाड़ निनार्णकयां l ऑक्सफ़ाो� नि�क्शनारोी ना संाल 2018 मेंं ‘नाारोी शजि�’ को
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स्वायां लना लगाी �ै। आजा भाी मेंहिं�ला कोमेंल औरो मेंधरो �ी �ै संाल का हिं�न्दीी शब्द घोमिषात निकयांा थाा।
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लनिकना उन्हींना अपना अदेरो की नाारोी शजि� को जाागाृत निकयांा �ै l इलेक्ट्रॉॉनिनाक्स औरो संूचनाा प्रौौद्योोमिगाकी मेंत्रीालयां क त�त
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औरो अन्यायां का मिवरोोध करोनाा शुरू निकयांा �ै। ”नाारोी देवीयां रूप
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�ै इसंलिलएँ नाारोी शजि� संबो परो भाारोी �ै, नाारोी सं �ी यां� देुनिनायांा एँक कायांात्मक संंगाठना, भाारोतीयां कप्यूूटरो आपातकालीना
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संारोी �ै”। �मेंं नाारोी शजि� को प्रौर्णामें करोनाा चाहिं�एँ औरो आगा े प्रौमितहिंक्रयांा देल ना 8 मेंाचक 2025 को अतरोाष्ट्ीयां मेंहिं�ला
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बोढ़ना मेंं उनाकी मेंदेदे करोनाी चाहिं�एँ क्योंनिक यांहिंदे देश की नाारोी हिंदेवसं मेंनाायांा औरो “संाइबोरो जिसंक्योोरिरोटी �ं�बोुक फॉरो
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मिवकजिसंत �ोगाी तो �रो घरो, �रो गाली औरो परोा देश मिवकजिसंत मेंहिं�ला संरोक्षेा“ जाारोी की, जाो आवश्यक संाइबोरो स्वाच्छेता
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�ोगाा। वो क�त �ै नाा:- निक एँक पुरुषा संाक्षेरो �ोगाा तो कवल प्रौथााओंं क संाथा भाारोत भारो मेंं मेंहिं�लाओंं को संश� बोनााना े
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व�ी संाक्षेरो �ोगाा परोन्तु, यांहिंदे एँक नाारोी संाक्षेरो �ोगाी तो परोा क लिलएँ एँक अनाठी प�ल �ै।
परिरोवारो संाक्षेरो �ोगाा | l मेंहिं�लाएँ पुरुषाो की तरो� �ी बोलिद्ध औरो में�नात सं े
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नाारोी शजि� को बोढ़ाना क लिलएँ कई यांोजानााएँ औरो कायांकक्रमें, अमिवश्वसंनाीयां उपलब्धिब्धयांां प्रौाप्त करो रो�ी �ं।
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संरोकारोी व गारो-संरोकारोी संंगाठनां द्वाारोा संमेंयां-संमेंयां परो चलाएँ l मेंहिं�लाएँ अपना उद्योमेंशीलता क लिक्षेमितजा का मिवस्तारो करो
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जाात रो�े �ं। नाारोी शजि� सं जाड़ी कछ प्रौमेंुख बोातं: रो�ी �ं औरो कई कारोोबोारोी क्षेेत्रीं मेंं शामिमेंल �ं।
l भाारोत क इमित�ासं मेंं ऐसंा प�ली बोारो हुआ जाबो निकसंी l मेंहिं�लाओंं की शजि� को बोढ़ाना क लिलएँ मिवशषा ऋर्ण
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प्रौधानामेंंत्रीी क कायांकक्रमें की संरोक्षेा व्यूवस्थाा की कायांकक्रमें भाी चलाएँ जाा रो�े �ं। (स्वायां सं�ायांता संमें�,
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जिजाम्मुदेारोी परोी तरो� सं मेंहिं�ला संरोक्षेाकमिमेंयांं ना संंभााली। लखपमित देीदेी, इत्याहिंदे)
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(8 मेंाचक,2025 अतरोाष्ट्ीयां मेंहिं�ला हिंदेवसं)
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l यांूनिनायांना बोंक ऑफ़ा इनि�यांा ना मेंहिं�ला उद्योमिमेंयांं क लिलएँ
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l 26 जानावरोी 2025 की परोे� मेंं मेंहिं�लाओंं ना कई झानिकयांं
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का नातृत्व निकयांा | नाारोी शजि� एँसंटीपी की शुरुआत की �ै।
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