Page 62 - आवास ध्वनि
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अयोध्या का ‘रामें मेंमिदार’ काी मेंुख्य वि��ेषताए ं
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अयांोध्या मेंं रोामें मेंहिंदेरो का निनामेंाकर्ण भाारोत क इमित�ासं मेंं एँक भा�ं औरो पयांकटकं को आकमिषात करोना की उम्मुीदे �ै, जिजासंसं े
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में�त्वपूर्णक औरो परिरोवतकनाकारोी घटनाा �ै। रोामें जान्मभाूमिमें क अयांोध्या एँक में�त्वपूर्णक तीथाकस्थाल औरो संांस्कृृमितक कद्रा बोना
पमिवत्री स्थाल परो निनामिमेंत, इसं मेंहिंदेरो का अत्यजिधक संांस्कृृमितक, जााएँगाा।
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धामिमेंक औरो ऐमित�ाजिसंक में�त्व �ै। इसं मेंहिंदेरो क निनामेंाकर्ण निनाष्कृषाक यां� �ै निक, अयांोध्या मेंं रोामें मेंहिंदेरो भाारोत क संांस्कृृमितक
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की यांात्रीा रोाष्ट् क जानिटल संामेंाजिजाक रोाजानाीमितक परिरोदृश्य को औरो धामिमेंक तानाे-बोाना क मिवमिवध प�लुओंं को संमेंाहिं�त
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देशाकती �ै।
करोता �ै। मिववादे सं निनामेंाकर्ण तक की यांात्रीा रोाष्ट् की चनाौमितयांं
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अयांोध्या मिववादे की जाड़ इमित�ासं की गा�रोाइयांं मेंं संमेंा गाई का संामेंनाा करोना औरो संाझा आधारो खोजाना की क्षेमेंता का
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�ं, मिववाहिंदेत स्थाल को भागावाना रोामें का जान्म स्थााना मेंानाा जााता प्रौमितनिनाजिधत्व करोती �ै, अततः भाारोत की मिवरोासंत क संमेंृद्ध
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�ै I भाूमिमें को लेकरो हुएँ कानानाी औरो रोाजानाीमितक संंघषाक का जिचत्री मेंं यांोगादेाना देती �ै।
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संमेंापना 2019 मेंं संप्रौीमें कोटक क ऐमित�ाजिसंक फसंल क संाथा
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हुआ, जिजासंना रोामें मेंहिंदेरो क निनामेंाकर्ण का मेंागाक प्रौशस्त निकयांा। �ास्तका�ा चमेंत्काार और किनामेंाध� वि��र�
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संवकसंम्मुत फसंल ना संौ�ादेपूर्णक संमेंाधाना औरो संांप्रौदेाजियांक मेंुख्य वास्तकारो, चद्राकांत संोमेंपरोा औरो उनाक देो बोटे, निनाखिखल
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संद्भााव की आवश्यकता परो बोल हिंदेयांा। औरो आशीषा संोमेंपरोा ना आईआईटी गावा�ाटी, आईआईटी
चेन्नई, आईआई टी बोॉम्बूे, एँना आई टी संरोत औरो अन्य जासं े
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मेंहिंदेरो का स्थाापत्य नाागारो शली का अनासंरोर्ण करोता �ै, जाो प्रौजिसंद्ध संंस्थाानां की मिवशषाज्ञाता क आधारो परो नि�जााइना तयांारो
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जानिटल जिशल्प कौशल औरो नि�जााइना का देपकर्ण प्रौस्तुत करोता निकयांा। लासंकना एँ� टुब्राो (एँलएँ�टी) द्वाारोा निकयांा गायांा निनामेंाकर्ण,
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�ै। ऊच जिशखरो मेंहिंदेरो की भाव्यूता मेंं चारो चांदे लगाात �ं। टाटा कसंत्यिल्टगा इजाीनिनायांसंक लिलमिमेंटे� (टीसंीईएँल) द्वाारोा
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निनामेंाकर्ण प्रौहिंक्रयांा मेंं पारोंपरिरोक औरो आधुनिनाक तकनाीकं का प्रौबोजिधत निकयांा गायांा थाा।
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मिमेंश्रर्ण मिवरोासंत औरो प्रौगामित क संस्टिम्मुश्रर्ण का प्रौतीक �ै।
मेंहिंदेरो का आकारो मिवस्मृयांकारोी �ै, जाो कल 70 एँकड़ क्षेेत्री को
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अयांोध्या मेंं रोामें मेंहिंदेरो का निनामेंाकर्ण कवल एँक धामिमेंक उपक्रमें कवरो करोता �ै, जिजासंका 70% हिं�स्सेा �रिरोयांाली को संमेंहिंपत
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ना�ं �ै, बोब्धि� संहिंदेयांं सं चल आ रो�े मिववादे क संमेंापना का �ै। यां� मेंहिंदेरो 2.77 एँकड़ मेंं फला �ैऔरो 161 फीट की ऊचाई
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प्रौतीक �ै। यां� मेंहिंदेरो एँक आशा की निकरोर्ण बोनाकरो उभारो रो�ा परो �ै, इसं की लबोाई 380 फीट औरो चौड़ाई 250 फीट �ै।
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�ै, जाो रोाष्ट्ीयां गाौरोव औरो एँकजाुटता की भाावनाा को बोढ़ावा स्थाापत्य शली भाारोतीयां नागारो शली को देशाकती �ै, जिजासंमेंं तीना
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दे रो�ा �ै। मेंहिंदेरो क निनामेंाकर्ण क परोा �ोना सं देुनिनायांा भारो क मेंंजिजालं, 392 स्तभाऔरो 44 देरोवाजा �ं।
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