Page 42 - चिरई - अंक-3
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पूंजीगर्






                   बजट





                                                 ्त
                     ननर्य

















                                                              ं
                                                                       ै
                                                            े
                                                त्तीय  प्रबधन  क  सदभ्क  में,  कनपटल  प्रकार ह: ैं
                                                      ं
                                          नव बजनटंग  को  उस  प्रनक्रया  के   रूप  में   1.  प्रारधभक ननवेश और अपेधक्षत प्रनतफल क
                                                                                                                े
                                                                                     ं
                                                             ै
                                         पररभानषत  नकया  जाता  ह  धजसक  द्ारा  एक   बीच एक लबी अवधध ह।
                                                                   े
                                                                                           ं
                                                                                                    ै
                                         व्यवसाय यह ननधा्कररत करता ह नक कौन सी
                                                                 ै
                                                                                   ं
                                                                               2.  सगठन  आमतौर  पर  बड़  मुनाफ  का
                                                                                                      े
                                                                                                            े
                                         अचल सपनत्त की खरीद या पररयोजना ननवेश
                                                ं
                                                                                  अनुमान लगाते ह।
                                                                                               ैं
                                                 ैं
                                         स्वीकाय्क ह और कौन से नहीं। इस दृनष्कोण
                                                                                                            ैं
                  िागतनक भौममेक                                                3.  प्रनक्रया में उच् जोधखम शानमल ह।
                                         का उपयोग करते हुए, प्रत्येक प्रस्ानवत ननवेश
                  प्रसशक्षु अमिकारी (तवत्)                                     4.  यह लबे समय में एक ननधचित ननवेश ह।
                                                                                       ं
                                                                                                               ै
                                         को मात्ात्मक नवश्षण नदया जाता ह, धजससे
                                                        े
                                                                     ै
                                                              ं
                                                             ्क
                                         व्यापार माधलकों द्ारा तकसगत ननण्कय धलया   5.  नकसी  पररयोजना  में  नकया  गया  ननवेश
                                                                                         ं
                                                   ै
                                                                       े
                                                                  ं
                                                      ं
                                                            ं
                                         जा सकता ह। पूजीगत सपनत्त प्रबधन क धलए    नकसी  सगठन  की  भनवष्य  की  नवत्तीय
                                                                                                       ै
                                                                           ै
                                         बहुत  अधधक  धन  की  आवश्कता  होती  ह,    ल्स्थनत को ननधा्कररत करता ह।
                                         इसधलए, इस तरह क ननवेश करने से पहले,   6.  सभी  पररयोजनाओं  क  धलए  महत्पूण्क
                                                         े
                                                                                                   े
                                                            े
                                            ें
                                         उन् यह सुननधचित करने क धलए पूजीगत बजट    मात्ा में धन की आवश्कता होती ह।
                                                                  ं
                                                                                                              ै
                                                                   े
                                                              ं
                                         बनाना चानहए नक ननवेश कपनी क धलए लाभ   7.  पररयोजना में नकए गए ननवेश की राधश
                                         अधजत  करगा।  इसधलए,  कपननयों  को  ऐसी    कपनी की लाभप्रदता ननधा्कररत करती ह।
                                                  े
                                                               ं
                                             ्क
                                                                                                               ै
                                                                                   ं
                                         पहल करनी चानहए धजससे उनकी लाभप्रदता
                                                                                                ै
                                                                                  कनपटल बजनटंग कसे काम करती ह?
                                                                                                             ै
                                                                                   ै
                                                         े
                                         में वृनधि हो और उनक शेयरधारकों या ननवेशकों
                                                                                               े
                                                                                  नकसी  कपनी  क  धलए  पूजीगत  बजट
                                                                                         ं
                                                                                                      ं
                                         की सपनत्त में भी वृनधि हो।
                                             ं
                                                                               ं
                                                                              सबधी  ननण्कय  लेते  समय  यह  प्रमुख  महत्
                                                                                 ं
                                                                        ं
                                             पूजी  बजनटंग  की  मुख्य  नवशेषताए  इस
                                              ं
                                                                              रखता  ह  नक  यह  ननधा्कररत  करता  ह  नक
                                                                                     ै
                                                                                                             ै
           42        अंक-3 :  अप्रैल 2022 - मार््च  2023                            "हमारी नागरी िुपनया की सबसे अमधक वैज्ापनक लिपप ह।"
                                                                                                                ै
                                                                                                    ृ
                                                                                              - राहुि सांकत्ायन
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