Page 8 - तुतारी
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संदश
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कसी भी रा क पहचान उसक भाषा और सं क त से होती ह। ह दी व व क उ नत भाषाओ म से एक ह। ै
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यह हम सबका दा य व ह क हम राजभाषा अनुपालन क त अपनी ज मेदा रय का नवा ह पूरी सकारा मकता
क साथ कर।
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आइए हम सब मलकर संक प ल क हम पूरी स यता क साथ राजभाषा नी त का अनुपालन सु नि च त करगे।
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मुंबई े ीय काया लय क ह दी गृह प का ‘’तुतारी’’ का काशन एक सराहनीय यास ह और इस पहल क लए
म मुंबई े ीय काया लय को हा दक बधाई दता ।
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हडको मुंबई े ीय काया लय क प का क सफल काशन क हा दक शुभकामनाए।
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डी. गुहन
नदशक ( व )
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