Page 25 - Mumbai-Manthan
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वे मामले जो इस धारा म िन द छट क अंतग त आते ह,
उ ह कट नह कया जाएगा
६.ऐसी जानकारी जो ि गत जानकारी से संबंिधत
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ह, िजसक कटीकरण का कसी साव जिनक गितिविध
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या िहत से कोई संबंध नह ह, या जो ि क
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गोपनीयता पर अवांिछत आ मण का कारण बनता ह,
जब तक क लोक सूचना अिधकारी संतु न हो क
ापक साव जिनक िहत ऐसी जानकारी क कटीकरण
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को सही ठहराता है
७. य द मांगी गई जानकारी दान करने म रा य क
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अलावा कसी अ य ि म मौजूद कॉपीराइट का
उ लंघन ह, सूचना क अनुरोध को अ वीकार कर सकता
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ह, ले कन अगर सूचना दान करने म साव जिनक िहत
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अिधक ह, तो सूचना का खुलासा सूचना अिधकारी ारा कया जा सकता हI यह भी याद रखना
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चािहए क य द कसी सूचना को संसद या रा य िवधानमंडल को दने से इनकार नह कया जा सकता
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ह तो उसे कसी नाग रक को अ वीकार नह कया जा सकता ह ।
कई बार यह दखा जाता ह क िनजता क अिधकार(Right to Privacy) और सूचना क अिधकार क
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बीच िहत का टकराव होता हI िनजता का अिधकार और सूचना का अिधकार दोन ही आव यक
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मानव अिधकार ह। ये दो अिधकार एक दसर क पूरक ह। जब सरकार ारा धा रत ि गत जानकारी
तक प च क मांग क जाती ह, तो यह टकराव आस हो जाता ह। कसी भी संभािवत टकराव से बचने
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क िलए दो अिधकार क बीच संतुलन बनाने क िलए उपयु तं होना चािहए I
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हाल क दन म , आरटीआई क मदद से साव जिनक ित ान म चल रही कई करीितय का पता
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लगाया गया ह और उनका समाधान कया गया ह। वतं और सश भारत क िनमा ण म आरटीआई
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अिधिनयम 2005 का योगदान अतुलनीय ह I
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(यह लख सचना क अिधकार अिधिनयम क कछ बिनयादी ावधान पर चचा करन का एक यास ह।
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िव तत जानकारी क िलए, सचना का अिधकार अिधिनयम 2005 को सद भत करन क आव यकता ह) ै
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