Page 40 - आवास ध्वनि
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प्रौाप्त �ै। इतना मिवशाल देश मेंं लोकतांहिंत्रीक प्रौहिंक्रयांा को संचारू
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रूप सं चलानाा अपना आप मेंं एँक बोड़ी उपलब्धिब्ध �ै।
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7. गृलि�त और खगृो� वि�ज्ञााना मेंं अग्र�ी भाारत:
भाारोत प्रौाचीना काल सं �ी गालिर्णत औरो खगाोल मिवज्ञााना क क्षेेत्री
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मेंं अग्रेर्णी रो�ा �ै। शून्य का अमिवष्कृारो, देशमेंलव पद्धमित,
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पाइथाागाोरोसं प्रौमेंयां सं संहिंदेयांं प�ल �ी “संुलभा संत्री” का प्रौयांोगा
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- यां कछ ऐसं उदेा�रोर्ण �ं जाो भाारोत क वैज्ञाानिनाक एँव गालिर्णतीयां
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1,384 मेंीटरो की ऊचाई परो बोनाा हुआ �ै औरो देुनिनायांा का संबोसं े यांोगादेाना को देशाकत �ं। संाथा �ी, भाारोत क प्रौाचीना ऋमिषायांं ना े
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ऊचा रोेलव जिब्राजा �ोना का गाौरोव प्रौाप्त करोता �ै। नाक्षेत्रीं का गा�ना अध्ययांना निकयांा औरो ज्योोमितषा मिवज्ञााना की नांव
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रोखी।
5. भाारत मेंं एका संे अविधीका राष्ट्ीय भााषाए:
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भाारोत एँक बोहुभााषाी देश �ै, जा�ाँ संैकड़ं भााषााएँ बोोली जााती
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�ं। �ालांनिक, भाारोत का संंमिवधाना हिं�देी को रोाष्ट्ीयां भााषाा
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घोमिषात करोता �ै, लनिकना अग्रेेजाी को भाी सं�-आजिधकारिरोक
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भााषाा का देजााक प्रौाप्त �ै। संाथा �ी, 22 अन्य भााषााओंं को भाारोतीयां
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संंमिवधाना की आठवं अनासंची मेंं शामिमेंल निकयांा गायांा �ै, जिजान्हीं
“संंमिवधानिनाक भााषााएँ” क�ा जााता �ै।
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8. भाारत मेंं जिसंनामेंा काा �न्म:
�ालाँनिक �ॉलीव� को हिंफल्मो इ�स्ट्रॉी का कद्रा मेंानाा जााता �ै,
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लनिकना भाारोत देुनिनायांा का संबोसं बोड़ा हिंफल्मो उद्योोगा, बोॉलीव�,
का गाौरोव रोखता �ै। 1913 मेंं देादेा संा�ेबो फा� द्वाारोा निनामिमेंत
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“रोाजाा �रिरो�द्रा” प�ली भाारोतीयां हिंफल्मो मेंानाी जााती �ै। आजा,
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बोॉलीव� ना कवल भाारोत मेंं बोब्धि� देुनिनायांाभारो मेंं मेंनाोरोंजाना का
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एँक प्रौमेंुख कद्रा �ै।
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6. भाारत दाुकिनाया काा संबंसंे बंड़ोंा �ोकात�:
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भाारोत देुनिनायांा का संबोसं बोड़ा लोकतत्री �ै। यां�ाँ �रो नाागारिरोक
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को अपना मेंतदेाना क अजिधकारो का इस्तमेंाल करोना का अवसंरो
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9. वि�वि�धी त्योहैंारं काा दा� भाारत:
भाारोत को “त्यो�ारों का देश” क�ा जााता �ै। यां�ाँ �रो में�ीना े
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निकसंी ना निकसंी त्यो�ारो को धमेंधामें सं मेंनाायांा जााता �ै।
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हिंदेवाली, �ोली, गार्णेश चतथाी, हिंक्रसंमेंसं, ईदे - यां कछ ऐसं े
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त्यो�ारो �ं जाो भाारोत की संांस्कृृमितक मिवमिवधता को देशाकत �ं।
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यां त्यो�ारो ना कवल धामिमेंक आस्थाा का प्रौतीक �ं, बोब्धि�
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परिरोवारो औरो संमेंदेायां क संाथा मिमेंलकरो खजिशयांाँ मेंनााना का
अवसंरो भाी प्रौदेाना करोत �ं।
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