Page 44 - आवास ध्वनि
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�ानाे काहैंां गृए �ो मिदाना
भाारोतीयां संंस्कृृमित मिवश्व की संबोसं प्रौाचीना औरो संमेंृद्ध बोावजादे, हिं�देुस्ताना ना �ारो ना�ं मेंानाी औरो इसं मिवपदेा की घ�ी
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संंस्कृृमितयांं मेंं सं एँक �ै। परोंपरोाओंं, रोीमित.रिरोवाजां, भााषााओंं, मेंं �मेंारोे वैज्ञाानिनाकं ना हिंदेनारोात में�नात करो कोरोोनाा वक्सीना
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त्यो�ारों, संंगाीत, नाृत्य औरो स्थाापत्य कला क मेंाध्यमें सं े का आमिवष्कृारो करो मिवश्व क कई जारुरोतमेंदे देशं को वक्सीना
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यां� संंस्कृृमित �जाारों वषां सं फली-फली �ै। निकत वतकमेंाना भाजाकरो आपदेा की घड़ी मेंं सं�ायांता का अनाठा उदेा�रोर्ण
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वश्वीकरोर्ण, आधुनिनाकता औरो पश्वि�मेंी संंस्कृृमित क प्रौभााव मेंं प्रौस्तुत निकयांा। निनाःसंंदे� मिवज्ञााना औरो प्रौौद्योोमिगाकी मिवश्व क लिलएँ
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भाारोतीयां संंस्कृृमित धीरोे-धीरोे लुप्त �ोना की कगाारो परो �ै। वरोदेाना �ं।
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संमेंयां की मेंांगा क अनासंारो परिरोवतकना आवश्यक �ै, 19वं भाारोत एँक कमिषा प्रौधाना देश �ै। मेंरोा गाांव भाी कमिषा प्रौधाना
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शताब्दी सं 20वं शताब्दी मेंं �में संभाी ना शासंना संंचालना, �ै। प�ल खती पारोंपरिरोक तरोीकं सं की जााती थाी, जिसंचाई
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संभ्याता, संंस्कृृमित, जिशक्षेा, प्रौौद्योोमिगाकी जासं मिवहिंभान्न क्षेेत्रीं मेंं क लिलएँ कओंं सं पानाी निनाकालना क लिलएँ रो�ट का उपयांोगा
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क्रांमितकारोी परिरोवतकना देख �ं। कोरोोनाा में�ामेंारोी निकसंी सं े निकयांा जााता थाा। आजा बोलं औरो �ल क स्थााना परो ट्रॉैक्टरो, �ैरों
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मिछपी ना�ं �ै, जिजासंना ना जााना निकतना लोगां की जााना ली, निकतना े औरो अन्य कमिषा उपकरोर्णं तथाा जिसंचाई क लिलएँ ट्यूूबोवैल का
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बोेरोोजागाारो हुएँ औरो निकतनाो क घरो उजाड़ गाएँ, इतनाा कछ �ोना क उपयांोगा निकयांा जाा रो�ा �ै। गाांव क कच्च रोास्तं परो अबो पक्कीी
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