Page 25 - तुतारी
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जीवनशैली अच ना स. दरबान
बंधक (स चवीय)
घर समृ हो गए ह! यह सब 'बेहद ' था।
हालां क, र ा टट गया था. कसी ने पूछताछ नह क .
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ार, अंतरगता, ेम, क णा खून भी अब एक र ा ह। ै
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यह सब गायब हो गया। WhatsApp म बंद..!
यह चार बेड म का घर था! इ ा और टर पर
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ल कन पता, मां वृ ा म चल गए. हर कसी का खाता!
माता- पता क कड़ी मेहनत. ऋण।। घर क लोग क बीच
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सब ब े भूल गए. संवाद क होली थी..
दादा-दादी क पोते होट लग का फशन आ गया ह! ै
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पालक गृह म ब े बन गए घर का खाना बंद हो गया.
मां को छोड़ना ह, पता को लाना ह ै मॉ ूलर क रसोई म
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वह घर पर एक अछत बन गई.. सब उसने बाहर खाना खाया!
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हर कसी क पास एक अलग कमरा ह! ै एक पॉश कार घर म आई!
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हर कसी क पास एक 'जगह' थी! पॉश साड़ी शरीर पर आ गई!
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इतने बड़ घर म , कवल लाख क पैकज आ चुक ह!
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भगवान क लए कोई जगह नह ह. ै ा यही खुशी जीवन शैली क प रभाषा ह?
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