Page 60 - आवास ध्वनि
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काश...
षु
कलाश तम भी सलाथ िोते
िम र्ूं िी तन्हला ि िोते
मौसमों की मलार और
दौड़ती भलागती शजदगी में
ं
दद सलारला िम िी लेते
्य
े
सलाथ तषुम्हलारला िम िी दते
षु
कलाश तम भी सलाथ िोते। आ भी जलाओ लौटकर जो
भीड़ िोती र्लास हिर भी
ं
इतजलार में िम गम िला िोते
षु
दररर्ला हदल तो िम िी िोते
षु
सलाथ िोते कलाश तम जो
षु
कलाश तम भी सलाथ िोते।
िम र्ूं िी तन्हला ि िोते
षु
कलाश तम भी सलाथ िोते
कलाश तम भी सलाथ िोते।।
षु
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n ज्ानस्वरूप ठाकर
उर् प्रबंधक ववत्त, ििको
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