Page 25 - आवास ध्वनि
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बोादे तो टेलीमिवजाना की देुनिनायांा मेंं हिंदेना प्रौमितहिंदेना नावीना प्रौयांोगा 21वं संदेी क संभाी मेंाध्यमेंं ना देश-देुनिनायांा की देूरिरोयांं को कमें
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�ोना लगा औरो हिंदेल्लीी क अलावा मेंुंबोई, कोलकत्ता, चनाई आहिंदे करो हिंदेयांा �ै औरो मिवश्वग्रेामें (ग्लैोबोल मिवलजा) की परिरोकल्पनाा
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मेंं टेलीमिवजाना परो रोाष्ट्ीयां कायांकक्रमें प्रौसंारिरोत �ोना लगाे। इसंसं े को संाथाकक जिसंद्ध करो हिंदेयांा �ै। इसं अत्याधुनिनाक देौरो मेंं चलते-
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टेलीमिवजाना संटं की खरोीदेारोी मेंं भाारोी वलिद्ध हुई। संना 1965 तक हिंफरोत संोते-जाागाते, यां�ाँ-व�ाँ, देश-देुनिनायांा का व्यूजि� आपसं
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आते-आत भाारोतीयां टेलीमिवजाना (देूरोदेशकना) परो रोोजाानाा संमेंाचारो मेंं जाड़ा हुआ �ै औरो व� देश देुनिनायांा की घटनााओंं को जाानानाे,
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बोलनिटना की शुरूआत हुई औरो यां�ी सं टी.वी. संमेंाचारों की संमेंझनाे, संनाना औरो देखना मेंं संक्षेमें भाी हिंदेखाई दे रो�ा �ै।
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देुनिनायांा का भाी रूप बोदेलता चला गायांा, जाो वतकमेंाना तक मेंोबोाइल औरो इटरोनाेट सं इसं नाई प्रौौद्योोमिगाकी को नायांा कलेवरो
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आते-आत देूरोदेशकना व निनाजाी चनालं क मेंाध्यमें सं 24 घटे क औरो नायांा रूप मिमेंला �ै। आधुनिनाक यांगा मेंं भााषाा की देीवारो
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संमेंाचारो चनाल बोना गाएँ �ं। संना 1992 मेंं देूरोदेशकना चनाल क बोहुत देूरो-देूरो तक हिंदेखाई ना�ं देती, हिंफल्मों व धारोावाहिं�कं
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अलावा निनाजाी कपनाी �ारो औरो जाीसंमें� क संाझा आगामेंना की �मिबोगा, इटरोनाेट परो अनावादे औरो लिलहिंपयांांतरोर्ण आहिंदे संभाी
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क संाथा �ी भाारोतीयां टेलीमिवजाना क इमित�ासं मेंं नाएँ अध्यायां कछ संरोल औरो संुबोोध �ो गायांा �ै। अनाहिंभाज्ञाता निकसंी भाी वस्त ु
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जाुड़ गाएँ। एँक वषाक बोादे �ी संना 1993 मेंं न्यजा कॉपोरोेशना ना े यांा स्थााना की ना�ं रो�ी। जिशक्षेा, व्यूापारो, स्वाास्थ्, खाना-पाना
�ारो टी.वी. को खरोीदे लिलयांा औरो देोनां अलगा-अलगा कायांक मेंनाोरोंजाना आहिंदे संभाी रोाष्ट्ीयां औरो अन्तरोरोाष्ट्ीयां �ो गाएँ �ं।
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करोना लगाे। अबो इनाक द्वाारोा नाएँ-नाएँ चनालं व कायांकक्रमेंं का जा�ाँ तक मिवश्व मेंं हिं�न्दीी की बोात �ै आजा व� एँक अरोबो सं े
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मिवकासं तजाी सं भाारोत मेंं बोढ़ा। इन्हींना टेलीमिवजाना की देुनिनायांा अजिधक लोगां क बोीच बोोली औरो संमेंझी जाा रो�ी �ै संाथा �ी
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की तस्वाीरो �ी बोदेल देी। अबो लोगां क पासं टी.वी. परो हिंदेखना े मिवश्व की देूसंरोी संबोसं बोड़ी भााषाा का देजााक भाी �ाजिसंल निकएँ
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वाल चनालं क कायांकक्रमें की संंख्या मेंं वलिद्ध �ोना लगाी। अबो हुएँ �ै, जाबोनिक कछ मिवद्वााना इसं तीसंरोी संबोसं बोड़ी भााषाा बोतात े
हिंफल्मों, धारोावाहिं�क, खेल, वालिर्णज्यो, संमेंाचारो आहिंदे संभाी �ं। मिवचारो करों तो हिं�न्दीी का मिवस्तारो हिंदेनांहिंदेना बोढ़ रो�ा �ै।
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कायांकक्रमें हिंदेना-प्रौमितहिंदेना नाएँ रूप धरोना लगाे। हिं�न्दीी की लोकहिंप्रौयांता औरो व्यूापक स्तरो परो लोगां क बोीच
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उसं पहुचाना मेंं हिंप्रौट मेंीनि�यांा औरो इलेक्ट्रॉॉनिनाक मेंीनि�यांा देोनां
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वतकमेंाना मेंं संभाी प्रौकारो क मेंनाोरोंजाना, धामिमेंक, खेल, संमेंाचारो क मेंाध्यमेंं का सं�यांोगा रो�ा �ै। संाधना मेंजाबोूत �ो औरो उसंक
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आहिंदे चनाल चौबोीसंं घटे प्रौसंारिरोत �ं। इना चनालं औरो इनाक कायांकक्रमेंं मेंं जााना ना �ो तो संाधना क्योा करोंगाे, इसंलिलएँ संाधनां
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कायांकक्रमेंं क बोढ़ना सं हिं�न्दीी का मिवस्तारो व मिवकासं व्यूापक क संाथा-संाथा हिं�न्दीी भााषाा औरो उसंक कायांकक्रमेंं मेंं पकड़ तथाा
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रूप सं �ो रो�ा �ै। निनाजाी चनालं परो प्रौसंारिरोत हिं�न्दीी धारोावाहिं�क, संाथाककता अजिधक �ै। जिजासंक चलत हिं�न्दीी मिवश्व मेंानाजिचत्री परो
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हिंफल्मो, संमेंाचारो आहिंदे कवल भाारोत मेंं �ी ना�ं बोब्धि� मिवदेशं मिवश्व की देूसंरोी बोड़ी भााषाा क रूप मेंं अपनाा नाामें अनिकत करो
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मेंं भाी देख औरो पसंंदे निकएँ जाात �ं। टी.वी. क संभाी प्रौकारो क चकी �ै। इसं प्रौकारो संमेंझना औरो मिवचारो करोना सं यां�ी क�ा
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कायांकक्रमेंं क चलत हिं�न्दीी मिवश्व क कोनाे-कोना तक पहुंच गायांी जाा संकता �ै निक जानासंंचारो क हिंप्रौट मेंीनि�यांा औरो इलेक्ट्रॉॉनिनाक
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�ै। इसं दृहिंष्ट सं वैश्विश्वक जानासंंचारो मेंं हिं�न्दीी की भाूमिमेंका स्पष्ट मेंीनि�यांा क मेंाध्यमेंं व उसंक कायांकक्रमेंं क संाथा हिं�न्दीी
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नाजारो आ रो�ी �ै। यांहिंदे इलेक्ट्रॉॉनिनाक मेंीनि�यांा रोेनि�यांो, टी.वी. आहिंदे अपनाी अ�में भाूमिमेंका निनाभाा रो�ी �ै। जानासंंचारो मेंं हिं�न्दीी ‘भााषाा
मेंं प्रौसंारिरोत कायांकक्रमेंं सं हिं�न्दीी निनाकाल देी जााएँ तो यां� बोक्स े बो�ता नाीरो’ कथाना परो संाथाकक जिसंद्ध �ो रो�ी �ै। संंस्कृृतनिनाष्ठा,
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ठप पड़ नाजारो आयांगाे। इसंमेंं कोई देो रोायां ना�ं निक इलेक्ट्रॉॉनिनाक हिं�न्दीुस्तानाी, संमेंान्य बोोलचाल औरो हिं�ग्लिग्लैश रूप ल हिं�न्दीी
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मेंीनि�यांा मेंं हिं�न्दीी अपनाी अह्में भाूमिमेंका अदेा करोती �ै। अपना व्यूापक स्तरो परो मिवचारो अहिंभाव्यूजि� का संाधना बोना रो�ी
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�ै। छोटी-मेंोटी त्रीनिटयांं सं �रो काल मेंं �रो भााषाा को लड़ाई
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लड़नाी पड़ी �ै। जा�ाँ तक हिं�न्दीी की लोकहिंप्रौयांता की बोात �ै,
व� हिंप्रौट औरो इलेक्ट्रॉॉनिनाक मेंीनि�यांा क चलत मिवश्व मेंं प्रौथामें
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भााषाा का देजााक भाी जाल्द की �ाजिसंल करो लगाी।
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u डॉ. नाीर� भाारद्वाा�
सं�ायांक आचायांक (हिं�न्दीी)
श्री लाल बो�ादेुरो शास्त्ी रोाष् ट्रॉीयां संंस्कृृत मिवश्वमिवद्योालयां
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