Page 77 - आवास ध्वनि
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                                                                                      ू
         वलाली असरलक्षत आबलादी जलवलार्षु र्ररवत्यि से अशधक गंभीर   और अशधक जलवलार्षु अिषुकललत िौकररर्ों की तरि जलािे
                                                                े
         रूर् से प्रभलाववत िोती िै। इि समूिों क र्लास जलवलार्षु क   क अवसर भी सीवमत िोते िैं। िलस्वरूर् िौकररर्ों की कमी
                                          े
                                                          े
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         र्ररवत्यि से तलालमेल बिलािे और इसक दषुष्प्भलावों से बचिे   और गरीबी में वृलद्ध अवश्यंभलावी िै।
         क ललए संसलाधि सीवमत और बनिर्लादी ढलांचला निम्न-स्र कला   िवीकरणीर् (Renewable) और स्वच् स्रोतों से प्रलाप्त उजला्य
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         िोतला िै।                                             तक र्हुच शचतला कला एक और ववषर् िै। िवीकरणीर् और
                                                                          ं
                                                                      ं
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                                      े
         आम तौर र्र उच् आर् वलाले लोगों क र्लास जलवलार्षु र्ररवत्यि   स्वच् स्रोत कलािी मित्वर्ण्य िैं क्ोंनक इिक उर्र्ोग से
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         क प्रभलावों से निर्टिे क ललए कलािी संसलाधि िोते िैं। इसमें   ग्ीििलाउस गैस उत्सज्यि में कमी आती िै और र्ि जलवलार्षु
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         जलवलार्षु-अिषुकल  बनिर्लादी  ढलांचे  में  निवेश,  बीमला  और   र्ररवत्यि को थलामिे कला कलाम करतला िै। र्िलां भी कई निम्न आर्
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                                                                            े
         स्वलास्थ् सेवला तक र्हुच भी शलावमल िैं। जबनक निम्न-आर्   वलाले र्ररवलारों क र्लास नकिलार्ती और स्वच् ऊजला्य ववकल्पों
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         वलाले लोगों और समदलार्ों क र्लास इि चषुिौवतर्ों से निर्टिे   तक र्हुच की कमी िै शजसक कलारण उन्हें जीवलाश् ईंधि र्र
                                                                                       े
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         क ललए र्र्ला्यप्त संसलाधि ि िोिे क कलारण वे सबसे अशधक   निभ्यर रििला र्ड़तला िै। इससे जलवलार्षु में र्ररवत्यि ते्ज़ िोतला
                                                                                  ं
         असरलक्षत  िैं।  वे  िमेशला  से  र्र्ला्यवरण  प्रदूषण  और  इससे   िै। स्वच् ऊजला्य तक र्हुच में समतला से जलवलार्षु र्ररवत्यि की
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         िोिे वलाले खतरों कला अिषुर्लातिीि बोझ उठला रिे िैं। जलवलार्षु   समस्यला से निर्टिे में मदद वमल सकती िै।
         र्ररवत्यि मौसम की चरम घटिलाओं की आवृशत्त और तीव्रतला   जलवलार्षु र्ररवत्यि में सरकलार की भी मित्वर्ण्य भूवमकला िोती
                                                                                                   ू
         में वृलद्ध करतला िै और मौजूदला र्र्ला्यवरणीर् समस्यलाओं को   िै।  निर्मि,  िीवत  निमला्यण  और  शलासि-प्रशलासि  क  उसक
                                                                                                          े
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         बदतर बिलाकर र्र्ला्यवरणीर् अन्यलार् को भी बढ़ला दतला िै।  अशधकलार असमलाितलाओं को कलार्म रख सकते िैं।  र्हद िीवत
                                                  े
                                                                                     े
                                                                       े
         स्वलाभलाववक सला प्रश्न िै नक नकसकी आजीववकला वमट्टी और   निमला्यण क समर् समतला क शसद्धलांतों को ध्यलाि में ििीं रखला
                                                                                         े
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         र्लािी की गणवत्तला र्र सबसे अशधक निभ्यर करती िै; उत्तर   गर्ला तो जलवलार्षु निर्म-कलार्द जलािे-अिजलािे में अमीरों और
         ‘निश्चित रूर् से ‘िमलारे भलारत कला नकसलाि’ िै। दषुनिर्ला भर से   गरीबों को हभन्न ढग से प्रभलाववत करेंगे। इस संदभ्य में जॉि रॉल्स
                                                                             ं
         निकल  रिला  औद्योवगक  कचरला  भी  इस  तरि  की  र्र्ला्यवरण   िे अर्िी र्षुस्क ‘ए थ्योरी ऑि जस्तस्टस’ में किला िै नक “र्ि
                                                                षु
         क्षवत करतला िै। जिलां र्लािी और वमट्टी ्ज़िरीली िो, विलां क   सनिश्चित करिला ्ज़रूरी िै नक सभी (जलवलार्षु) िीवतर्ों को ऐसे
                                                          े
                                                                                            े
         छोटे और मध्यम नकसलािों क ललए जीववत रििला मषुत्श्कल िो   तैर्लार नकर्ला जलाए शजससे समलाज क सबसे कम्ज़ोर व्यशक्त
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         जलातला िै। कवष, मत्स् र्लालि और अन्य जलवलार्षु संवेदिशील   को भी ललाभ िो।” जलवलार्षु र्ररवत्यि और असमलाितला को एक
         क्षेरिों  में  र्ि  र्ररवत्यि  आजीववकला  को  बलाशधत  कर  सकतला   सलाथ संबोशधत करिे क ललए ऐसी िीवतर्लां और रणिीवतर्लां
                                                                                  े
                                                                           ललागू  करिला  िोगला  जो  र्र्ला्यवरणीर्  ब्स्रतला
                                                                           और सलामलाशजक समतला दोिों को समलाि रूर् से
                                                                                                            षु
                                                                                       े
                                                                           प्रलाथवमकतला दती िों। इसमें कम्ज़ोर समदलार्ों
                                                                                              षु
                                                                                         ू
                                                                           में जलवलार्षु-अिषुकल बनिर्लादी ढलांचे में निवेश
                                                                           करिला,  स्वच्  ऊजला्य,  भोजि  और  र्लािी  तक
                                                                           र्हुच  प्रदलाि  करिला  और  स्लार्ी  आजीववकला
                                                                              ं
                                                                           ववकल्पों  को  प्रोत्सलाहित  करिला  शलावमल  िो
                                                                                         े
                                                                           सकतला  िै।  इसक  ललए  र्र्ला्यवरण  िीवत  कला
                                                  े
         िै। इि उद्योगों र्र निभ्यर निम्न आर् वलाले लोगों क र्लास िए   न्यलार्संगत और समलावेशी िोिला भी आवश्यक िै।
                                                                                                                77
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