Page 33 - आवास ध्वनि
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बोहुत में�त्वपूर्णक भाूमिमेंका निनाभााती �ै। क्योंनिक
                                                                                                         े
                                                                                               े
                                                                                                             े
                                                                                   निकसंी हिंभान्न प्रौदेश अथावा देश क संाहिं�त्य,
                                                                                   संंस्कृृमित,  कला,  जिचनिकत्सा,जिशक्षेा  तथाा
                                                                                   मिवचारो मिवनिनामेंयां, तकनाीकी ज्ञााना आहिंदे को
                                                                                         े
                                                                                   संमेंझना क लिलएँ व�ां की भााषाा उपभााषााओंं
                                                                                           े
                                                                                   तथाा  क्षेेत्रीीयां  बोोलिलयांं  को  जाानानाा-संमेंझनाा
                                                                                   आवश्यक �ोता �ै। बोहुभाामिषाकता व्यूापकता
                                                                                   की संूचक �ै। निकसंी भाी व्यूजि�,संमेंाजा अथावा
                                                                                                               े
                                                                                   रोाष्ट् क लिलएँ बोहुभाामिषाक ब्धिस्थामित क मिवहिंभान्न
                                                                                        े
                                                                                                ै
                                                                                   कारोर्ण �ोत �ं जासंे- रोाजानाीमितक, संामेंाजिजाक,
                                                                                            े
                                                                                                   ि
                                                                                   संांस्कृृमितक,  धामिमेंक,  शलिक्षेक  रोोजागाारो,
                                                                                                         ै
                                                                                                         ै
                                                                                   भामें�लीकरोर्ण  अथावा  वश्वीकरोर्ण  आहिंदे
                                                                                      ं
                                                                                    ू
                                                                                    ु
                                                                                   कछ प्रौमेंुख कारोर्ण �ं जाो बोहुभाामिषाकता की
                                                                                   संंकल्पनाा को आवश्यक एँव व्यूापक बोनाात  े
                                                                                                          ं
                                                  ै
                 �ै।  क�ना  का  अहिंभाप्रौायां  यां�  �ै  निक  संंवधानिनाक  ब्धिस्थामित  औरो   �ं। इना कारोर्णं सं भााषाा की आवश्यकताएँ
                         े
                                                                                                                     ं
                                                                                                 े
                                       क
                 व्यूाव�ारिरोक ब्धिस्थामित मेंं पयांाप्त हिंभान्नता संवकत्री मिवद्योमेंाना �ै। जिब्राटेना,   बोढ़ती �ं औरो आवश्यकताओंं की पमित �ेत �ी व्यूजि� उन्हीं
                                                                                                   ू
                                                                                                         ु
                                                                                                     ि
                                                   े
                 अमेंेरिरोका, जाापाना,फ्रेांसं तथाा जामेंकनाी आहिंदे देशं मेंं एँक �ी भााषाा   संीखता  �ै  औरो  अपना  कायांक  क्षेेत्री  अथावा  व्यूव�ारो  मेंं  लेकरो
                                                                                       े
                                    ु
                                  ं
                                                          े
                 को मेंान्यता प्रौाप्त �ै निकत व�ां संैकड़ं अन्य भााषााओंं क प्रौयांो�ा   आता  �ै।  बोहुभाामिषाकता  व्यूजि�  क  व्यूजि�त्व  मेंं  एँक  ऐसंा
                                                                                                 े
                        े
                                              ं
                                      ं
                 भाी रो�त �ं। भाारोत मेंं भाी हिं�देी तथाा अग्रेेजाी क अमितरिरो� जामेंकना,   में�त्वपूर्णक आयांामें जाोड़ती �ै जिजासंक सं�ारोे व� संंप्रौषालिर्णयांता
                                                    े
                                                                                                  े
                                                                                                              े
                 फ्रेच, इटेलिलयांना, स्पेनिनाश तथाा पोलिलश आहिंदे मिवहिंभान्न भााषााओंं   मेंं तो आगा रो�ता �ी �ै, कई स्थाानां परो संम्मुाना भाी पाता �ै।
                   ं
                                                                              े
                                            े
                 का व्यूव�ारो भाी �ोता �ै। भाारोत क मिवहिंभान्न प्रौदेशं मेंं हिंभान्न-हिंभान्न   ध्याना रो�े भााषााओंं का मिवषायां संंकजिचतता क देायांरोे सं बोा�रो
                                                      े
                                                                                                        े
                                                                                                ु
                                                                                                                 े
                                                    े
                 बोोलिलयांां बोोली जााती �ं,निकतना �ी लोगा ऐसं �ं जाो एँकाजिधक   रो�नाा  चाहिं�एँ।  अपनाी  मेंूल  भााषाा  को  अपना  संाथा  रोखत  हुएँ
                                          े
                                                                                                                  े
                                                                                                        े
                 प्रौदेशं की भााषाा- बोोलिलयांं को सं�जाता मेंं �ी बोोलते, संमेंझत  े  निकसंी अन्य भााषाा को संीखनाा व संमेंझनाा में�त्वपूर्णक �ै।
                    े
                                                    े
                                  े
                 औरो व्यूव�ारो मेंं लात �ं। देुनिनायांा क कई देशं मेंं जा�ां लाखं
                                             े
                                                                                             ं
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                                                   े
                 भाारोतीयां रो�त �ं व व�ां अपनाी-अपनाी प्रौादेजिशक भााषााओंं का   आजा  जाबो  मिवहिंभान्न  मिवषायां  एँव  क्षेेत्री  ग्लैोबोल  �ो  रो�े  �ं  तबो
                                                                                           ं
                                                                ू
                                े
                 भाी व्यूव�ारो करोत �ं। भाारोतीयां संंमिवधाना की आठवं अनासंची   बोहुभाामिषाकता एँक बोड़ी एँव में�त्वपूर्णक संंकल्पनाा बोना रो�ी �ै।
                                                              ु
                                                                               ं
                                                                                            े
                                                                                         े
                                                                        ु
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                                     क
                 मेंं असंमिमेंयांा, उनिड़यांा, उदेू, कश्मीीरोी, गाजारोाती, तमिमेंल, तलगा ,   अनावादे एँव पयांकटना ऐसं बोड़ क्षेेत्री �ं जा�ां बोहुभाामिषाकता एँक
                                                                 ू
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                  पंजााबोी, बोंगााली, मेंरोाठी औरो मेंलयांालमें आहिंदे 22 भाारोतीयां   कौशल क रूप मेंं रोोजागाारो क बोड़ अवसंरो भाी उपलब्ध करोवा
                                                                                            े
                                                                                                े
                                                                             े
                       ं
                                       े
                  भााषााएँ संस्टिम्मुलिलत �ं, इसंसं यां�ां की बोहुभाामिषाक ब्धिस्थामित का   रो�ी �ै। ज्ञााना-मिवज्ञााना क अन्य अनाेक क्षेेत्रीं मेंं भाी बोहुभाामिषाकता
                                                                                       े
                                                       े
                  सं�जा �ी अनामेंाना लगाायांा जाा संकता �ै। इसंसं यां� भाी स्पष्ट   क द्वाारोा रोोजागाारो की अपारो संंभाावनााएँ लगाातारो बोढ़ रो�ी �ं।
                            ु
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                                                                       े
                 �ोता �ै निक भाारोत मेंं बोहुभाामिषाकता की अवधारोर्णा नाई ना�ं   ध्याना रो�े भााषााएँ एँक देूसंरोे को संमेंृद्ध करोती �ं औरो जाबो व  े
                                                                                   ं
                 �ै। प्रौाचीना काल सं �ी संामेंाजिजाक संंरोचनाा,भाौगाोलिलक ब्धिस्थामित   तकनाीक क संाथा जाड़ जााती �ं तो उनाक लिलएँ ग्लैोबोल की
                                 े
                                                                               े
                                                                                      ु
                                                                                                      े
                 तथाा मिवदेशी उपनिनावेश आहिंदे ऐसं मिवहिंभान्न कारोर्ण रो�े, जिजासंसं  े  यांात्रीा करोनाा सं�जा �ो जााता �ै। बोहुभाामिषाकता लोकल औरो
                         े
                                            े
                 बोहुभाामिषाकता फलती फलती रो�ी। बोहुभाामिषाकता जा�ां एँक   ग्लैोबोल क बोीच संत का कामें करो रो�ी �ै।
                                     ू
                                                                              े
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                  ओंरो  संामेंाजिजाक,  संांस्कृृमितक  औरो  भाौगाोलिलक  मिवमिवधता  का
                  प्रौमितनिनाजिधत्व करोती  �ै  व�ं व� अहिंभाव्यूजि�  को  भाी  व्यूापक                 u डॉ. �दा प्रकाा�
                                                                                                              े
                 बोनााती �ै।                                                                            सं�ायांक आचायांक,
                                                                                                                   े
                                                                                            ं
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                                                      ं
                 आजा जाबो ज्ञााना-मिवज्ञााना, संूचनाा- तकनाीक एँव भामें�लीकरोर्ण           हिं�देी मिवभाागा, निकरोोड़ीमेंल कॉलजा,
                                                        ू
                                      े
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                 की प्रौहिंक्रयांा बोहुत तजाी सं आगा बोढ़ रो�ी �ै तबो बोहुभाामिषाकता                हिंदेल्लीी मिवश्वमिवद्योालयां
                                                                                                                  33
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