Page 34 - चिरई - अंक-3
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रवत्तीय जोखिम प्बंधन
              रवत्ती       य जोखिम                           प्  बंधन
































                                                                                      ै
                                           ररयोजना प्रबधन में, जोधखम प्रबधन एक  की प्रनक्रया ह।
                                                                   ं
                                                    ं
                                      प ऐसी पररयोजना के  जोधखमों की पहचान       इसे  "जोधखम  =  नवफलता  सभावना
                                                                                                           ं
                                                                  ें
                                      करने, उनका मूल्यांकन करने और उन् रोकने या   x  नवफलता  से  सबधधत  क्षनत"  क  रूप  में  भी
                                                                                                      े
                                                                                          ं
                                                                                           ं
                                      कम करने का अभ्ास ह जो वांधछत पररणामों   दोहराया जा सकता ह।
                                                         ै
                                                                                            ै
                                      को प्रभानवत करने की क्षमता रखते ह। जोधखम
                                                                  ैं
                                                                            जोधखम प्रबधन ढांचा:
                                                                                     ं
                                      प्रबधन योजना प्रनक्रया का नहस्ा होना चानहए
                                        ं
                                                                            •  पहचान करना
                                                                      े
                                      तानक  जोधखम  का  पता  लगाया  जा  सक  जो
                                                                                    े
                                                                            •  नवश्षण
                                      पररयोजना में हो सकता ह और यनद यह वास्व
                                                         ै
                                                                            •  प्राथनमकता द ें
                                      में  होता  ह  तो  उस  जोधखम  को  कसे  ननयनत्त
                                              ै
                                                                      ं
                                                                 ै
                  भावना जैन                                                 •  स्वानमत्
                                      नकया जाए।
                                                                                      े
                प्रसशक्षु अमिकारी (तवत्)                                    •  जवाब दना
                                                                 ं
                                                            ै
                                                     ु
                                          एक जोधखम कछ भी ह जो सभानवत रूप
                                                                            •  ननगरानी करना
                                      से पररयोजना की समयरखा, प्रदश्कन या बजट को
                                                        े
                                                                            जोधखम की पहचान:
                                                                       ं
                                                       ै
                                      प्रभानवत कर सकता ह। जोधखम सभावनाए ह,
                                                                         ैं
                                                                ं
                                                                                                                े
                                                                                पररयोजना  जोधखमों  की  पहचान  करने  क
                                                              ं
                                      और एक पररयोजना प्रबधन क सदभ्क में, यनद वे
                                                            े
                                                       ं
                                                                            लोकनप्रय 7 तरीक े
                                                                    े
                                                       ैं
                                      वास्नवकता बन जाते ह, तो वे "मुद्ों" क रूप में
                                                    ैं
                                          ृ
                                      वगतीकत हो जाते ह धजन् सबोधधत नकया जाना   •  साक्षात्ार
                                                         ें
                                                           ं
                                      चानहए। इसधलए, जोधखम प्रबधन, जोधखमों की   •  मंथन
                                                            ं
                                      पहचान करने, उन् वगतीकत करने, प्राथनमकता   •  चेकधलस्
                                                    ें
                                                          ृ
                                                                                          े
                                      दने और उनक मुद् बनने से पहले योजना बनाने   •  धारणा नवश्षण
                                                े
                                                    े
                                       े
            34        अंक-3 :  अप्रैल 2022 - मार््च  2023                            "दहंिी दहंि की, दहंदियों की भाषा ह।" - र. रा. दिवाकर
                                                                                                      ै
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