Page 32 - चिरई - अंक-3
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हरिर् रवत्त - वैश्विक औि भािर्ीय
                                                हरि   र्   रव त्त - वैश्विक औ            ि  भा    िर्  ीय

                                                       परिप्रेक्ष् पि एक अद्यर्न
                                                       परिप्रेक्ष् प
                                                                                                 न
                                                                           ि
                                                                              एक अद्य
                                                                                              र्




















                                            ह ह  र ररत नवत्त पोषण का एक रूप ह जो सतत नवकास और पया्कवरण सरक्षण का समथ्कन
                                                                                        प
                                                                       ै
                                                                       जो
                                                                                                          थ्क
                                                                       ै
                                                                                           वरण

                                                                                         या्क
                                                     त्त
                                                                                                            न
                                                            का
                                                                              नव
                                                 त
                                                र
                                                                          सतत
                                                                                    और
                                                                                कास
                                                   नव
                                                                                                रक्षण
                                                                                                     का
                                                                                                        सम
                                                                                                ं
                                                                                                ं
                                                       पोषण
                                                                                               स
                                                               एक
                                                                  रूप
                                                                     ह
                                                                श्
                                                                   उन

                                                                े
                                                                         योजनाओ
                                                      ।
                                                                      पर
                                                      ै
                                                      ै
                                                                े
                                                        इसका
                                                                        र
                                                     ह
                                                             उद्

                                                                                           यो
                                                                                              म
                                                                                             ं
                                                                                      नतनव
                                                करता
                                                                                          ध
                                                                                         ध
                                                                                                        बढ़
                                                                                                     को
                                                                                                           वा
                                                                                                           ा
                                                                                                न
                                                                                               ें
                                                                                                  वेश
                                                                                                 न
                                                                                    ग
                                                                                 और

                                                करता ह। इसका उद्श् उन पररयोजनाओं और गनतनवधधयों में ननवेश को बढ़ावा
                                                                                ं
                                                                 ्क
                                                                             क
                                                                            ं
                                                                 क
                                                                                                 जैसे
                                                                                                    नवीकरणीय
                                                             आ
                                                                              े

                                                                              े
                                                               धथ
                                                                               प्रभाव
                                                                                          करते
                                                                                    को
                                                                          यो
                                                                        ध
                                                                                       कम
                                                                         ध
                                                                                              ह
                                                                     नतनव
                                                                   ग
                                                                                                ैं

                                                                                                ,
                                                                                                ैं
                                            े द
                                                   प
                                                           पर
                                           दना ह जो पया्कवरण पर आधथ्कक गनतनवधधयों क प्रभाव को कम करते ह, जैसे नवीकरणीय

                                                 जो
                                                     या्क
                                                      वरण
                                            े
                                            ना
                                               ह
                                                ै
                                                ै
                                                                                                  र
                                                                                  प्रब
                                               ,
                                                                                                   व
                                                                  र
                                                                   वहन
                                                                                                          कम

                                                                                    ं
                                                                              धशष्
                                                 ऊ
                                                     दक्षता,
                                                                        और
                                                  जा्क
                                                                                     धन।
                                                                                                पर
                                                             च्
                                             जा्क
                                                           स्व
                                           ऊजा्क, ऊजा्क दक्षता, स्वच् पररवहन और अपधशष् प्रबधन। जलवायु पररवत्कन को कम

                                                                                    ं

                                                                                                       को
                                                                                         जलवायु
                                           ऊ
                                                                 पर
                                                                                                    त्क
                                                                           अप
                                                                                                     न
                                                                                       प्राप्
                                                    नवनव
                                                                                    को
                                                                         सतत

                                                                                           करने
                                                                             नव
                                                               ं
                                                                                                        त्त
                                                               ं
                                                                रक्षण
                                                                                                      नव
                                                              स
                                                             े
                                                             े
                                                            क

                                                                                                          एक
                                           करने, जैव नवनवधता क सरक्षण और सतत नवकास को प्राप् करने में हररत नवत्त एक
                                                 जैव
                                                                                                  हर
                                                                     और
                                                                                               म
                                                                                                 ें
                                           करने,
                                                                               कास
                                                                                                    त
                                                                                                   र
                                                        धता
                                                                                   बाजार
                                                पू
                                           महत्पूण्क उपकरण ह। इसमें नवत्तीय सस्थान और बाजार शानमल ह जो अपने ननवेश
                                                                                                 जो
                                           मह
                                                                                                    अपने
                                                                                                          वेश
                                                                                                         न
                                                                                                         न

                                                                                          नम
                                              त्
                                                                                        शा
                                                                                            ल
                                                                                                ैं
                                                                                                ैं
                                                                                               ह
                                                           ह
                                                                  ें

                                                                             न

                                                                म
                                                                   नवत्ती
                                                                          ं
                                                                        स
                                                                          ं
                                                   उपकरण
                                                                      य
                                                                          स्था
                                                 ण्क
                                                              इस
                                                                               और
                                                            ै
                                                            ै
                                                            ।
                    ररिव चक्रर्तती
                                                                                               ीक
                                                                                                         ,
                                                                                                         ैं
                                                                                                         ैं
                                                                       शासन
                                            नण्क
                                                                                                          और
                                                    या्क
                                                                                             एक
                                                               धज
                                                                                                   करते
                                                                 क
                                                           सामा
                                                                                                        ह
                                                                   और
                                           न ननण्कयों में पया्कवरण, सामाधजक और शासन (ESG) मानदडों को एकीकत करते ह, और
                                                      वरण,
                                                                                                 ृ
                                                                                                 त
                                                                                                 ृ
                                                   प
                                                ं

                                               यो
                                                                            (ESG) मानद
                                                 म
                                                                                         ं
                                                                                          को

                                                                                       डो
                                                                                       ं
                                                                                       ं
                                                  ें
                   िुपुत्  श्ी दर्ेश चक्रर्तती
                          े
                                                                           न का सम
                                           न ननम्न-काब्कन, स्थायी अथ्कव्यवस्था में पररवत्कन का समथ्कन करते ह।
                                             म्न-का
                                                                     ें पर
                                                                स्था

                                                        यी अ
                                                   न,
                                                                    म
                                                                                           ।
                                                             व्यव
                                                                                           ैं
                                                                                  थ्क
                                                                                          ह
                                                            थ्क
                                                                                           ैं
                                            न
                                                                        र
                                                                                    न करते
                                                 ब्क
                                                                        व
                                                     स्था
                                                                          त्क
                    क्षेत्ीय प्रमेुख (प्रभारी)
                                                                                                       े
                                                       ं
                                            हररत नवत्त – सकल्पना वैधविक पररप्रेक्ष् :  सेल्ल्सयस तक सीनमत करने क प्रयासों का
                                                                                                      ै
                                                                            े
                                                वैधविक स्र पर, हररत नवत्त ने हाल क   स्पष्  लक्ष्  ननधा्कररत  नकया  ह।  इस  लक्ष्
                                                                                            े
                                            वषषों में महत्पूण्क गनत प्राप् की ह। जलवायु   को प्राप् करने क धलए ननम्न-काब्कन, स्थायी
                                                                     ै
                                                                                                       ूँ
                                            पररवत्कन  पर  सयुति  राष्ट्  फ्मवक  कन्वशन   प्रौद्योनगनकयों  और  बुननयादी  ढाचे  की  ओर
                                                                          ें
                                                                     ्क
                                                                 े
                                                       ं
                                            (यूएनएफसीसीसी)  और  पेररस  समझौते   ननवेश में महत्पूण्क बदलाव की आवश्कता
                                                                                             े
                                                                                ै
                                                                                                              ं
                                            ने  ननम्न-काब्कन,  नटकाऊ  अथ्कव्यवस्था  में   ह।  ग्ोबल  सस्नेबल  इन्वेस्मेंट  एलायस
                                                                                                     े
                                                                                े
                                            सक्रमण को बढ़ावा दने में महत्पूण्क भूनमका   क  अनुसार,  स्थायी  ननवेश  क  धलए  वैधविक
                                                            े
                                             ं
                                            ननभाई  ह।  पेररस  समझौते  ने,  नवशेष  रूप   बाजार  2020  में  31  नटट्धलयन  डॉलर  तक
                                                   ै
                                                                                                               ै
                                                                                  ं
                                            से, ग्ोबल वानमिंग को पूव्क-औद्योनगक स्रों   पहुच गया, जो 2016 से 68% अधधक ह।
                                                                                                             ं
                                            से 2 नडग्री सेल्ल्सयस से नीचे तक सीनमत  भारत में हररत नवत्त : वैधविक नवकास मगेतर
                                                                                          ं
                                                                                    ं
                                                                                ं
                                            करने  और  तापमान  वृनधि  को  1.5  नडग्री  सस्थाए और फड सौर ऊजा्क और पननबजली
           32        अंक-3 :  अप्रैल 2022 - मार््च  2023                             "अपनी सरिता क कारण दहंिी प्रवासी भाइयों की स्त:
                                                                                              े
                                                                                        राष्ट्भाषा हो गई।" - भवानीियाि संन्ासी
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