Page 18 - आवास ध्वनि
P. 18

े
                                              े
                                                                                         े
                                                                                      े
         र्लातला िै। इस र्ररदृश्य िे जिसंचलार में रोजगलार क सलाधि क रूर्   बिलाती िैं क्ोंनक नकसी भी दश क समलाचलार मूल रूर् से उसकी
         में अिषुवलाद की आवश्यकतला और क्षेरि ववस्लार कला संवध्यि नकर्ला   भलाषला र्ला भलाषलाओं में िी प्रलाप्त िोंगे। उन्हें अर्िी (अथवला ललक्षत)
                                                                         षु
                                                                                े
         िै, उसे बढ़लावला हदर्ला िै। जिसंचलार में अिषुवलाद की अनिवलार््यतलाजन्य   भलाषला में प्रस्त करिे क ललए अिषुवलाद िी एकमलारि सिलारला बचतला
                 े
         रोजगलार क अवसर: अगर िम ववशेष तौर र्र जिसंचलार क क्षेरि   िै शजससे उस र्ला उि समलाचलारों को दूसरी भलाषलाओं में भी हदर्ला जला
                                                      े
                                                                                            े
                   े
                                                                 े
         में रोजगलार क रूर् में अिषुवलाद र्र ववचलार करें तो सबसे र्िले   सक। र्िी ब्स्वत स्लािीर् भलाषलाओं क समलाचलार को भी मीनिर्ला
                                                                                   े
                                                                                                                े
         र्िी र्ररदृश्य िजर आतला िै नक अिषुवलाद क जररए जिसंचलार   की प्रमख भलाषला में ललािे क मलामले में भी बिती िै। इस कलार््य क
                                                                    षु
                                            े
         मलाध्यमों कला तीव्र गवत से ववकलास िो रिला िै। ब्स्वत र्ि िै नक   ललए भी अिषुवलाद को िी मलाध्यम बिलार्ला जलातला िै। इस आधलार र्र
                                                                                              ें
         अिषुवलाद  क  वबिला  इि  मलाध्यमों  कला  अत्स्त्व  में  रि  र्लािे  की   र्ि कि सकते िैं नक आज समलाचलार एजशसर्लाँ र्ूरी तरि अिषुवलाद
                 े
                                                                                                        षु
         कल्पिला  िी  ििीं  की  जला  सकती।  जिसंचलार  में  अिषुवलाद  की   िी  निभ्यर िैं  तथला  अिषुवलाद से  संबंशधत  रोजगलार  प्रचर  मलारिला  में
                                          े
                                                                                                 े
                                                                                                              े
         अनिवलार््यतला िे अिषुवलाद संबंधी रोजगलार क अिेक अवसर र्ैदला   उर्लधि करला रिी िैं। र्िलाँ िम उदलािरण क ललए र्ि उल्ख
                                                                                     े
                                                                                                            ें
                                                   े
                                                                               े
         नकए  िै।  सच्लाई  र्ि  िै  नक  जीवि-व्यविलार  क  ववववध   कर  सकते  िैं  नक  दश-ववदश  की  ववहभन्न  समलाचलार  एजशसर्लाँ
                                                                                         े
                                                                                       ं
         और्चलाररक क्षेरिों की तलिला में जिसंचलार क क्षेरि में अिषुवलादकों   अर्िे संवलाद (समलाचलार आहद) अग्जी में िी भेजती िैं और उिकला
                                           े
                           षु
          े
         क ललए रोजगलार क अवसर सवला्यशधक िैं। ववशद्ध रूर् से अिषुवलाद   अिषुवलाद  करक  हिदी-भलाषी  ललक्षत  वग्य  अथवला  दश  की  अन्य
                                                                             ं
                                                                                                      े
                                            षु
                                                                          े
                       े
                                                                                            ँ
              े
         कम्य क अललावला, सिलार्क संर्लादक से लेकर प्रधलाि संर्लादक   भलाषला-भलावषर्ों तक उिकी भलाषला में र्हुचलार्ला जलातला िै। समलाचलार-
                                                                                       े
                                                      ें
                                                                                ँ
                                                                                            े
                                                                                                            े
         तक;  तथला  संवलाददलातला-र्रिकलार  से  लेकर  समलाचलार  एजशसर्ों   र्रिों  आहद  तक  र्हुचकर  दश-ववदश  की  भलाषलाओं  क  इि
                                                                                             े
         तक में अिषुवलाद कलार््य की िी प्रधलाितला िजर आती िै। मीनिर्ला   समलाचलारों को, र्रि-र्हरिकलाओं की अर्लक्षत भलाषलाओं में अिषुवलाद
                                                                   े
         जगत में वस्षुब्स्वत र्ि िै नक नकसी भी स्र र्र और रूर् में   करक  प्रकलाशशत  नकर्ला  जलातला  िै।  इसी  प्रकलार,  इलेक्ट्लाॅनिक
                                                                                           े
         संर्लादि-कम्य करिे वलालों को अिषुवलाद-कम्य भी करिला र्ड़तला िै।   मीनिर्ला  क  जररए  रलाष्टीर्  और  प्रलादशशक  भलाषलाओं  में  प्रसलारण
                                                                       े
         समलाचलार  और  अिषुवलाद:  वैसे,  अगर  िम  भलारत  जैसे  नकसी   िोतला िै। इस मीनिर्ला क ललए भी समलाचलारों और सूचिलाओं कला
                                                                                  े
         बहुभलावषक  समलाज  की  बलात  करें,  र्िलाँ  क  जिसंचलार  मलाध्यम   ववहभन्न भलाषलाओं में अिषुवलाद नकर्ला जलातला िै। समलाचलार-र्रिों जैसे
                                          े
                                                     े
         अलग-अलग भलाषलाओं कला व्यविलार करिे वलाले लोगों क ललए   मषुहद्रत  मलाध्यमों  और  रेनिर्ो-टेलीववजि  जैसे  दृश्य-श्व्यलात्मक
                                                                                 े
         िोते िैं। स्वलाभलाववक िै नक उि सभी मलाध्यमों में प्रकलाशशत अथवला   इलेक्ट्लाॅनिक मलाध्यमों क संदभ्य में भी अिषुवलाद अर्िी जरूरत को
         प्रसलाररत  िोिे  वलाले  समलाचलारों  और  सूचिलाओं  कला  संबंध  भी   बिलाए रखतला िै। वलास्व में मषुहद्रत और इलेक्ट्लाॅनिक मलाध्यमों क
                                                                                                                े
                                                          े
         बहुभलाषला-भलाषी लोगों से िोतला िै। वे सूचिलाओं और घटिलाओं क   ललए समलाचलारों आहद कला अिषुवलाद और भलाषला एक मित्वर्ण्य क्षेरि
                                                                                                           ू
         स्रोत  भी  िोते  िैं,  शजन्हें  एकहरित  करिे  कला  कलाम  संवलाददलातला   िैं।  समलाचलारर्रि-र्हरिकलाओं  कला  क्षेरि:  मषुहद्रत  मलाध्यमों  क  स्र
                                                                                                           े
                                                                                                          टि
                                 े
         आहद करते िैं। बहुभलावषकतला क इस र्ररवेश में अिषुवलाद, विलाँ क   र्र  समलाचलार-र्रिों  और  र्हरिकलाओं  में  अिषुवलादकवमर्ों  की
                                                          े
                                                                                                े
                                           ं
                े
         समलाज क जिसंचलार मलाध्यमों कला अनिवलार््य अग िोतला िै। मीनिर्ला   आवश्यकतला बिी िोती िै। र्रिकलाररतला क क्षेरि में इिकी बड़ी
                                      ें
                                                                                        े
                                                                                            े
         जगत में मषुख् रूर् से समलाचलार एजशसर्ों, संवलाददलातलाओं और   भलारी  मलाँग  िै  क्ोंनक  दश-ववदश  क  समलाचलारों  को  स्लािीर्
                                                                                  े
                                                                                े
         प्रेस ववज्हप्तर्ों क मलाध्यम से जलािकलाररर्लाँ प्रलाप्त िोती िंै। इि   बिलािला  अिषुवलादकों  क  वबिला  संभव  ििीं  किला  जला  सकतला।
                       े
                                             े
                                                                           े
         जलािकलाररर्ों की भलाषला संबंधी बलाधला अिषुवलाद क जररए िी दूर की   समलाचलार-र्रिों क अवतररक्त, प्रकलाशि जगत में ववहभन्न प्रकलार की
                                               े
         जलाती िै। समलाचलार एजशसर्ों में िी अिषुवलादकों क ललए रोजगलार   र्रि-र्हरिकलाओं  में  भी  अिषुवलादकवमर्ों  की  मलाँग  िै।  अिेक
                                                                                            टि
                           ें
                                                                     ँ
                                                                              ू
                                                                                            े
          े
         क  अवसरों  र्र  ववचलार  करिे  र्र  िम  र्लाते  िैं  नक  इन्हें  अर्िे   र्हरिकलाए अर्िे अिहदत संस्रणों क जररए अखखल भलारतीर्
                                                                                                                े
                            े
                                                                             े
         संवलाददलातलाओं  आहद  क  मलाध्यम  से  समलाचलार  प्रलाप्त  िोते  िैं।   स्वरूर् प्रलाप्त करक अर्िी ववशशटि र्िचलाि बिला चकी िैं। इिक
                                                                                                      षु
         समलाचलार संकललत करिे वलाली एजशसर्लाँ स्लािीर् समलाचलारों को   हद्भलाषी और बहुभलाषी समलांतर संस्रण निकलालिे की र्ररर्लाटी
                                    ें
           षु
         प्रमख भलाषलाओं में एकरि करते समर् अिषुवलाद को िी मलाध्यम   ववकशसत  िो  रिी  िै।  िलाललानक  इस  प्रवृशत्त  क  मूल  में  निहित
                                                                                                   े
                                                                                     ँ
       18
   13   14   15   16   17   18   19   20   21   22   23